संगरूर के सांसद सिमरनजीत सिंह मान की ओर से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भगत सिंह को 'आतंकवादी' कहने पर पंजाब की राजनीति में बवाल मच गया है. मान ने इसके पीछे वजह भी बताई है. दरअसल, करनाल में गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए सिमरनजीत सिंह मान से पूछा गया था कि उन्होंने अतीत में भगत सिंह को 'आतंकवादी' क्यों कहा था, जबकि वह तो देश के लिए शहीद हुए थे.
इस पर मान ने जवाब दिया कि समझने की कोशिश कीजिये. सरदार भगत सिंह ने एक युवा अंग्रेज अधिकारी को मारा था, उन्होंने एक अमृतधारी सिख कांस्टेबल चन्नन सिंह की हत्या की थी. उन्होंने उस समय नेशनल असेम्बली में बम फोड़ा था. अब आप मुझे बताइये कि भगत सिंह आतंकवादी थे या नहीं.
पंजाब सरकार के मंत्री गुरमीत सिंह मीत हायर ने मान से बिना शर्त माफी मांगने को कहा है. उच्च शिक्षा और भाषा मंत्री ने कहा कि भगत सिंह ने देश की आजादी के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था, इसलिए पंजाब की भगवंत मान सरकार उन्हें शहीद का दर्जा देगी.
'सिमरनजीत मान ने किया अपमान'
मान के बयान पर हायर ने कहा कि एक नए सांसद ने शहीद भगत सिंह के बलिदान का अपमान किया है, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी. हायर ने कहा कि न केवल पंजाब बल्कि पूरा देश भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की ओर से देश के लिए युवावस्था में अपने जीवन का बलिदान देने पर गर्व करता है. उन्होंने कहा कि भगत सिंह उनके आदर्श हैं.
भगत सिंह को मिलेगा शहीद का दर्जा
पंजाब सरकार के मंत्री गुरमीत सिंह मीत हायर ने कहा कि मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ यह साफ करना चाहता हूं कि पंजाब सरकार भगत सिंह को शहीद का दर्जा देगी. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी एक लोकतांत्रिक पार्टी है और जरूरत पड़ेगी तो भगत सिंह का अपमान करने के लिए सिमरनजीत सिंह मान के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इस बीच, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भी सिमरनजीत सिंह मान की आलोचना की.