पंजाब की राजनीति में कांग्रेस ने एक दलित चेहरे को मुख्यमंत्री बना दिया है. कल सुबह 11 बजे चरणजीत सिंह चन्नी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं. उनका सीएम बनना कई मायनों में राज्य के सियासी समीकरण बदलने वाला है. अभी से इस फैसले पर राजनीतिक प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है.
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने इस फैसले को ऐतिहासिक बता दिया है. वे लिखते हैं कि इतिहास लिख दिया गया. पंजाब को पहला दलित सीएम मिल गया है. इस फैसले को स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा. ये हमारे देश के संविधान और कांग्रेस की विचारधारा के लिए गर्व की बात है. चन्नी को बहुत-बहुत बधाई.
Historic !! Punjab’s first Dalit CM-Designate … Will be written with Golden letters in History. A tribute to the spirit of the Constitution and the Congress !! Congratulations @CHARANJITCHANNI Bai pic.twitter.com/WavudGTPok
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) September 19, 2021
अब सिद्धू को पंजाब की गद्दी नहीं दी गई, लेकिन क्योंकि एक 'कैप्टन विरोधी' को सीएम बनाया गया है, तो वे भी पार्टी हाईकमान के फैसले का दिल खोलकर स्वागत कर रहे हैं. उनके अलावा कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी इस फैसले को काफी बड़ा मान लिया है. उनकी नजरों में कांग्रेस का ये एक फैसला देश में दलित राजनीति को हमेशा के लिए बदल देगा. उन्होंने लिखा- कांग्रेस ने दलित सीएम बना इतिहास रच दिया है. ये बात समय में दर्ज हो जाए कि ये फैसला अब दलित समुदाय के लिए नए रास्ते खोलेगा, उन्हें सशक्त बनाएगा.
वैसे सिद्धू और सुरजेवाला जरूर इसे एक ऐतिहासिक फैसला बता रहे हैं लेकिन असल में इसके कई सियासी फायदे भी हैं. पंजाब में 32 प्रतिशत से ज्यादा दलित रहते हैं, ऐसे में चुनाव से ठीक पहले ऐसा फैसला इस समुदाय को रिझाने के लिए लिया गया है. तमाम नेता इस फैसले का प्रचार भी इसी अंदाज में कर रहे हैं. अब कल सुबह 11 बजे चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब सीएम के तौर पर शपथ ले लेंगे.
अब अभी के लिए जरूर पंजाब की राजनीति में चन्नी सबसे ऊपर पहुंच गए हैं, लेकिन क्या उन्हीं के चेहरे पर चुनाव लड़ा जाएगा, इस पर सस्पेंस बरकरार है. हरीश रावत ने कहा है कि ये फैसला सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा लिया जाएगा. ऐसे में चन्नी अभी के लिए सीएम हैं, चुनाव के दौरान और बाद में फैसला कुछ भी हो सकता है.