पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज शुक्रवार को ईद के मौके पर मालेरकोटला (Malerkotla) को जिला घोषित कर दिया. इसी के साथ मालेरकोटला पंजाब का 23वां जिला बन गया है. सीएम अमरिंदर ने इस नवगठित जिले के लिए नए डीसी की नियुक्ति का भी ऐलान कर दिया.
आपको बता दें कि शुक्रवार (14 मई) को पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ऐतिहासिक शहर के विकास के लिए कई परियोजनाओं की घोषणा करते हुए मालेरकोटला को राज्य का 23वां जिला घोषित किया. सीएम ने ये घोषणाएं 'ईद-उल-फितर' पर की.
मालेरकोटला के समृद्ध और गौरवशाली इतिहास को याद करते हुए पंजाब के सीएम ने कहा कि इसे जिला बनाने की मांग स्थानीय लोग लंबे समय से कर रहे थे, जिसे आज पूरा किया गया. सीएम ने कहा कि नवनिर्मित जिले में मालेरकोटला और अहमदगढ़ के उपमंडलों के साथ-साथ अमरगढ़ की उपतहसील को भी शामिल किया जाएगा.
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जल्द ही नियुक्त होंगे डिप्टी कमिश्नरः CM
हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि जनगणना के बाद मालेरकोटला जिले के अधिकार क्षेत्र के तहत गांवों को लाने की प्रक्रिया बाद में शुरू होगी. सीएम ने संगरूर के डिप्टी कमिश्नर को जिला प्रशासन कार्यालय के कामकाज को तुरंत शुरू करने के लिए एक भवन खोजने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि नए जिले के लिए डिप्टी कमिश्नर जल्द ही नियुक्त किए जाएंगे.
सीएम कैप्टन अमरिंदर ने मालेरकोटला के लिए विभिन्न विकास परियोजनाओं की घोषणा करते हुए कहा कि नवाब शेर मोहम्मद खान के नाम पर एक सरकारी मेडिकल कॉलेज जल्द ही स्थापित किया जाएगा. इसकी लागत 500 करोड़ रुपये आएगी. राज्य सरकार ने पहले ही रायकोट रोड पर 25 एकड़ भूमि आवंटित कर दी थी ताकि स्थानीय छात्र चिकित्सा शिक्षा प्राप्त कर सकें. उन्होंने कहा कि इस योजना के लिए 50 करोड़ पहले ही स्वीकृत हो चुके थे.
नया बस स्टैंड भी बनाया जाएगाः CM
यही नहीं सीएम ने स्थानीय लड़कियों को उच्च शिक्षा देने के लिए एक सरकारी कॉलेज की स्थापना की भी घोषणा की. 10 करोड़ रुपये की लागत से नया बस स्टैंड भी बनाया जाएगा. नए जिले में एक 'महिला थाना' भी खोला जाएगा. इसके अलावा, मालेरकोटला की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए भी पंजाब सरकार ने कई योजनाओं का जिक्र किया.
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शहर के इतिहास के बारे में सीएम ने बताया कि इसकी स्थापना 1454 में अफगानिस्तान के शेख सदरुद्दीन-ए-जहां द्वारा की गई थी. बाद में 1657 में बायज़िद खान द्वारा मालेरकोटला राज्य की स्थापना की गई. इसके बाद मालेरकोटला को पटियाला और पूर्वी पंजाब राज्य संघ (PEPSU) बनाने के लिए अन्य नजदीकी रियासतों के साथ मिला दिया गया. 1956 में राज्यों के पुनर्गठन के दौरान, तत्कालीन मालेरकोटला राज्य का क्षेत्र पंजाब राज्य का हिस्सा बन गया.
आपको बता दें कि मालेरकोटला को जिला का दर्जा देने का कांग्रेस ने चुनाव में वादा किया था. एक ट्वीट में सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को कहा कि ईद के पाक मौके पर मेरी सरकार ने घोषणा की है कि मालेरकोटला पंजाब का नया जिला होगा. इस 23वें जिले का बड़ा ही ऐतिहासिक महत्व है.