गुरदासपुर में हमले के बाद पंजाब में 15 अगस्त से पहले आतंकी हमले की चेतावनी दी गई जिसके बाद पंजाब में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है.
इंटेलीजेंस एजेंसी ने पंजाब सरकार को दी
चेतावनी
पंजाब एक और आतंकी हमले डर के साये में है. सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान का आतंकी संगठन बब्बर खालसा और लश्कर-ए-तैयबा स्वतंत्रता दिवस से पहले पंजाब में एक बड़े आतंकी
हमले की तैयारी कर रहे हैं जिसके चलते इंटेलीजेंस एजेंसी ने पंजाब सरकार को चेतावनी दी है.
BSF ने किया घुसपैठ को नाकाम
गुरुवार की रात सीमा सुरक्षा बल(बीएसएफ) ने जम्मू-कश्मीर के
सांबा सेक्टर में एक घुसपैठ को नाकाम कर दिया सूत्रों ने बताया सेना ने खोड़ा पोस्ट और मंगू चक के बीच के क्षेत्र में चार लोगों को भारत में घुसने की कोशिश करते हुए पकड़ा और जब सीमा सुरक्षा
बल के जवानों ने उन्हें चुनौती दी तो वह भाग गए. सूत्रों ने यह भी बताया कि 30 से 40 आतंकवादियों को सांबा सेक्टर के पास भारत में घुसने की कोशिश करते हुए देखा गया था.
पंजाब
आतंकवादियों के निशाने पर
सीमा सुरक्षा बल के सूत्रों का कहना है कि कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू-कश्मीर में प्रवेश आतंकवादियों के लिए मुश्किल है, इसलिए अब आतंकवादी पंजाब पर ध्यान केंद्रित
कर रहे हैं. इससे पहले अप्रैल के पहले सप्ताह में भी इंटेलिजेंस ब्यूरो ने पुंछ सीमा पर लगभग तीन दर्जन आतंकवादियों के इकट्ठे होने की चेतावनी दे कर सतर्क कर दिया था. 16 आतंकवादियों के एक
समूह को नानगी पोस्ट के आसपास देखा गया था.
KTF अध्यक्ष ने किया खुलासा
साल के शुरू में गिरफ्तार हुए खालिस्तान टाइगर फोर्स(KTF) के अध्यक्ष जगतार सिंह तारा ने पूछताछ के दौरान
बताया कि खालिस्तान कमांडो फोर्स ने लश्कर के अन्य आतंकवादी संगठनों और पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों के साथ हाथ मिलाया है. खुफिया जानकारी के मुताबिक सिख आतंकवादी संगठनों को
संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और अन्य यूरोपीय देशों में रहने वाले खालिस्तान समर्थकों से पैसों की फंडिंग हो रही है. सूत्रों का कहना है कि इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस(ISI) ने आतंकी हमलों के
लिए बब्बर खालसा और लश्कर को एक साथ लाने का काम किया है, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद आईएसआई के साथ लाहौर और मुजफ्फराबाद के बीच आतंकवादियों के लिए लगभग तीन
दर्जन प्रशिक्षण शिविर चला रहे हैं. पाकिस्तान के अलावा, खालिस्तान आतंकवादी भी थाईलैंड में प्रशिक्षण ले रहे हैं.