पंजाब में पाकिस्तान की नापाक साजिश बेनकाब हो गई है. केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने पंजाब में आतंकी हमले को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है. अलर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान के आतंकी संगठन से संबंध रखने वाले पंजाब में मौजूद आतंकी पुलिस स्टेशन को टारगेट कर सकते हैं.
केंद्रीय खुफिया एजेंसी के इनपुट्स के मुताबिक, पाकिस्तान से संबंध रखने वाले आतंकी नए साल के मौके पर पंजाब के पुलिस स्टेशन और सरकारी बिल्डिंगों को निशाना बना सकते हैं. आतंकियों की योजना आरपीजी से पुलिस स्टेशन पर हमला करने की है. इसके लिए मोहाली में एक पुलिस स्टेशन की रेकी भी जा चुकी है. इसको लेकर पंजाब पुलिस ने अलर्ट जारी कर दिया है. पंजाब में स्लीपर सेल का मॉड्यूल मौजूद है.
जम्मू-कश्मीर के लिए भी इंटेलिजेंस ने भेजा इनपुट
इससे पहले सुरक्षा एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की बड़ी साजिश का खुलासा किया था. इंटेलिजेंस एजेंसी ने अलर्ट जारी करते हुए बताया लोकल नेता, पूर्व सैनिक, गैर कश्मीरी, सरकारी गाड़ियां आतंकियों के निशाने पर हैं. इसके लिए लश्कर के ही दो आतंकियों को जिम्मेदारी दी गई है, जोकि पाकिस्तानी भी हो सकते हैं.
IED प्लांट कर सकते हैं आतंकी
इंटेलिजेंस एजेंसी के मुताबिक, आतंकी कुपवाड़ा और बारामूला के रास्ते में IED प्लांट कर सकते हैं. ऐसे इनपुट मिलने के बाद सिक्योरिटी फोर्सेस को अलर्ट पर रहने को कहा गया है. आतंकी लोकल लीडर, घाटी में मौजूद गैर कश्मीर, एक्स सर्विस मैन को निशाना बना सकते हैं. उन पर ग्रेनेड से हमला किया जा सकता है. इसके साथ ही आतंकी किसी सरकारी दफ्तर को भी आग लगा सकते हैं.
19 दिसंबर को भेजा था पहला अलर्ट
पाकिस्तान की इस नई साजिश को लेकर एजेंसियों ने पहला अलर्ट 19 दिसंबर को भेजा था. इस अलर्ट में कहा गया था कि जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले की वारदात को अंजाम दिया जा सकता है. इसको लेकर लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन साजिश रच रहा है. इंटेलिजेंस एजंसियों को कश्मीर के बारामूला में तीन आतंकियों के लोकेशन की जानकारी मिली है, जिसमें एक विदेशी जो पाकिस्तानी आतंकी हो सकता है. उसका नाम हफीजुल्लाह भाई और 2 लोकल आतंकी शामिल हैं. ये तीनों ही अत्याधुनिक हथियार से लैस हो सकते हैं.
23 दिसंबर को एजेंसियों का दूसरा अलर्ट
इसके बाद एजेसियों ने 23 दिसंबर को दूसरा अलर्ट जारी किया, जिसमें लश्कर की बड़ी साजिश का खुलासा किया गया. सिक्योरिटी फोर्सेस इस अलर्ट के बाद कोई कोताही नहीं बरतना चाहते हैं क्योंकि पिछले कुछ दिनों में आतंकियों ने आउट साइडर, लोकल नेता और हिन्दू नेताओं की टारगेट किलिंग की थी. इसलिए फोर्स को अलर्ट पर रखा गया है.