पंजाब पुलिस की एजीटीएफ (Anti Gangster Task Force) ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के प्रमुख गुर्गे को गिरफ्तार किया है. उसके पास से छह कारतूसों के साथ एक चीन निर्मित पिस्टल भी बरामद हुई है. गिरफ्तार गुर्गे के खिलाफ पंजाब में हत्या, हत्या के प्रयास जैसे संगीन मामले दर्ज हैं.
लॉरेंस बिश्नोई और आतंकी गोल्डी बराड़ के संपर्क में था
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देश पर राज्य में बदमाशों के खिलाफ मुहिम चल रही है. इसी क्रम में एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) को शुक्रवार को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के प्रमुख गुर्गे राजवीर सिंह उर्फ रवि को गिरफ्तार किया है. वह खन्ना जिले के राजगढ़ गांव का रहने वाला है. राजवीर पिछले 13-14 साल से लॉरेंस बिश्नोई और आतंकी गोल्डी बराड़ के संपर्क में था. उन्हीं के इशारे पर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा था.
जांच और पूछताछ में सामने आईं ये बातें
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि एडीजीपी प्रमोद बान के नेतृत्व में एजीटीएफ ने सूचना के आधार पर एक टीम का गठन किया गया. इस टीम ने एसएएस नगर के सेक्टर 79 से राजवीर को गिरफ्तार कर लिया. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि रवि लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्यों को शरण, रसद, हथियार और वाहन मुहैया करा रहा था.
राजवीर की गिरफ्तारी से हो सकते हैं कई और खुलासे
डीजीपी ने कहा कि रवि से पूछताछ और इस मामले की विस्तृत जांच में पंजाब और आसपास के राज्यों में लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ गिरोह द्वारा रची गई आपराधिक गतिविधियों का पता लगाने में मदद मिलेगी. आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है.