पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने अपनी पार्टी शिरोमणि अकाली दल और सहयोगी बीजेपी के बीच किसी तरह के टकराव से साफ इनकार किया है. बादल ने कहा कि दोनों दलों के बीच गतिरोध का शायद ही कोई मुद्दा हो. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि दोनों दलों के बीच संबंध टूटने से राज्य की शांति को खतरा पैदा हो सकता है.
बादल ने गुरु नानक देव की जयंती के मौके पर आयोजित एक खेल प्रतियोगिता के बाद कहा, 'बीजेपी का राष्ट्रीय नेतृत्व अपने सबसे पुराने साथी अकाली दल के साथ संबंध कभी नहीं तोड़ेगा.' नवजोत सिंह सिद्धू के हालिया बयानों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'दोनों दलों के बीच शायद ही गतिरोध का कोई मुद्दा है क्योंकि गठबंधन के घटक दलों के सभी मुद्दों को आपसी सहमति से सुलझाने का अंतनिर्हित तंत्र है.' सिद्धू सहित कई बीजेपी नेताओं ने कहा था कि अकाली दल ने हरियाणा में इनेलो के साथ रिश्ता जोड़कर गठबंधन धर्म का उल्लंघन किया है.
हालांकि, बादल ने यह भी कहा कि अगर बीजेपी गठबंधन तोड़ती है तो पंजाब की शांति खतरे में पड़ जाएगी. उन्होंने कहा, 'अगर बीजेपी यह गठबंधन तोड़ती है तो पंजाब में शांति खतरे में पड़ जाएगी. बीजेपी के साथ हमारा रिश्ता 30 साल पुराना है. यह सच्चा रिश्ता है और बीजेपी को यह समझना चाहिए.' उन्होंने कहा कि अकाली दल-बीजेपी का गठबंधन राष्ट्र और पंजाब के हित में है.
बादल ने दावा किया कि उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की और उन दोनों ने अकाली दल-बीजेपी गठबंधन का समर्थन किया है. इसके साथ ही दोनों नेताओं ने कहा है कि वे यह नहीं समझ पा रहे हैं कि कुछ बीजेपी नेता इस गठबंधन के खिलाफ क्यों हैं.
-इनपुट भाषा से