पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद उनके गांव में मातम का माहौल है. परिजन बेसुध पड़े हैं. इन सबके बीच सिद्धू मूसेवाला के दो पेट्स- शेरु और बघीरा ने भी खाना छोड़ दिया है. सिद्धू खुद अपने हाथ से इन्हें खाना खिलाते थे. सिद्धू की हत्या के बाद से ही दोनों ने कुछ भी नहीं खाया है. दोनों को खाना खिलाने की कोशिश की जा रही है.
इस बीच सिद्धू मूसेवाला की हत्या में पंजाब सरकार ने एसआईटी गठन का आदेश दिया है. सिद्धू मूसेवाला अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी मौत ने कई सवाल उठाए हैं, जिनके जवाब उनके फैन्स के दिमाग में जिंदा हैं. मूसेवाला को जिस तरह बेरहमी से मारा गया उसका खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुआ है. मूसेवाला के शरीर में 24 गोलियां आर-पार हुई थी.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने की है सिद्धू मूसेवाला की हत्या
जिस तरह से मूसेवाला के मर्डर को फूल प्रूफ तरीके से अंजाम दिया गया, उसे देखकर ही अंदाजा लग गया था कि ये काम प्रोफेशनल शार्प शूटर्स का है. लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने मूसेवाला के मर्डर की जिम्मेदारी ली है. लॉरेंस बिश्नोई को पिछले साल मकोका के केस में रिमांड पर लिया गया था, तभी से लॉरेंस बिश्नोई दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद था.
बताया जाता है कि तिहाड़ से ही लॉरेंस बिश्नोई ने सिद्धू मूसेवाला के कत्ल की स्क्रिप्ट लिखी, जिसे अंजाम तक पहुंचाया कनाडा में बैठे गोल्डी बरार ने. इसका खुलासा दिल्ली में कुछ समय पहले गिरफ्तार हुए बदमाश शाहरुख ने किया था. शाहरुख ने खुद मूसेवाला की हत्या के लिए रेकी भी की थी. पहले भी मूसेवाला की हत्या की कोशिश हुई थी.
हालांकि जब गैंगस्टर्स के गुर्गे सिद्धू मूसेवाला के गांव पहुंचे तो वहां AK-47 वाले कमांडो देख लौट आए. मूसावाला को लगातार ट्रैक किया जा रहा था. बाद में हत्या के लिए गोल्डी बरार ने कनाडा से रूसी ऑटोमेटिक राइफल AN 94 भेजी थी, जिससे ही ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर मूसेवाला की हत्या की गई.
मूसेवाला की गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से कौन सी दुश्मनी थी?
सिद्धू मूसेवाला के पिता ने पुलिस को बयान दिया है कि उनके बेटे को कई गैंगस्टर फिरौती के लिए फोन पर धमकियां भेजते थे, गैंगस्टर लॉरेन्स बिश्नोई गैंग ने भी उसे कई बार धमकियां भेजी, लेकिन पंजाब पुलिस की इंवेस्टिगेशन में इस हत्या के पीछे रंगदारी नहीं, बल्कि गैंगवॉर के एंगल का पता चला है.
पंजाब पुलिस का कहना है कि ये इंटर गैंग राइवलरी का केस लगता है, क्योंकि इनके शगनप्रीत का नाम विक्की मिड्डूखेडा वाले मर्डर केस में आया था, जो ऑस्ट्रेलिया भाग गया था, लॉरेंस बिश्नोई को लगता था कि शगनप्रीत को भगाने में सिद्धू मूसेवाला का है, विक्की की हत्या की जिम्मेदारी बबिहा गैंग ने ली थी.