पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की थार और पिस्टल को परिजनों के हवाले कर दिया गया है. कोर्ट ने आदेश देते हुए कहा कि परिवार के लोग इनका इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे. दरअसल, ये वही थार है जिसमें सवार होकर सिद्धू मूसेवाला कहीं जा रहे थे, तभी मनसा गांव में उन पर अटैक हो गया था. हमले में पंजाबी सिंगर की मौत हो गई थी.
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के करीब सात महीने बाद उनकी गाड़ी थार देर रात मूसा गांव में पहुंची है. जानकारी के मुताबिक कोर्ट ने सिद्धू मूसेवाला की गाड़ी के साथ ही पिस्टल को भी परिवार के हवाले कर दिया है. कोर्ट ने भले ही थार और पिस्टल परिवार को सौंप दी है, लेकिन इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी.साथ ही कहा है कि इन दोनों चीजों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा.
इस केस की जांच के दौरान दिल्ली पुलिस ने गुजरात के मुंद्रा से 3 शूटर्स को गिरफ्तार किया था. उनमें से 2 हरियाणा और 1 पंजाब का रहने वाला है. पुलिस ने बताया था कि इन तीनों पर पहले से ही हत्या के केस चल रहे हैं. मूसेवाला की हत्या करने से पहले 8 से 9 बार रेकी की गई थी. सबसे पहले संदीप केकड़ा सिद्धू मूसेवाला की रेकी करने पहुंचा. उसने जानकारी दी कि मूसेवाला अपनी थार से बिना सिक्योरिटी घर से निकल गए हैं.
सिद्धू मूसेवाला के घर से निकलते ही 2 गाड़ियां उनके पीछे लग गईं. इसमें से एक बोलेरो गाड़ी थी, जिसे कशिश चला रहा था. इसमें प्रियव्रत (मुख्य शूटर) और अंकित सिरसा बैठे हुए थे. दूसरी गाड़ी कोरोला थी, जिसे केशव चला रहा था. इसमें जगदीप रूपा और मनप्रीत बैठे हुए थे.केशव ने कोरोला कार टेकओवर कर सिद्धू की जीप के आगे लगा दी. दोनों गाड़ियों से सभी 6 शूटर निकले. मनप्रीत मन्नू ने AK-47 से फायरिंग की. सिद्धू मूसेवाला को गोली लगी. गाड़ी पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरूर कर दी. सभी 6 शूटर्स ने लगातार फायरिंग की और वहां से भाग निकले. ये घटना 29 मई को मनसा गांव में हुई थी. सिंगर पर हमले की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ ने ली थी. सिद्धू मूसेवाला के मर्डर की प्लानिंग काफी समय पहले की गई थी.
(रिपोर्ट- अमरजीत सिंह मानसा)
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