पराली जलाने से हो रहे प्रदूषण से बचने और पराली का बेहतर निदान करने के लिए पंजाब की एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी ने अनूठा रास्ता खोज निकाल है. पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना ने किसानों को पराली से सोफा, कुर्सी और चारपाई बनाने की सलाह दी है. यूनिवर्सिटी का कहना है कि पराली से आरामदायक फर्नीचर, सोफा, टेबल, कुर्सी, चटाई और खटिया आदि चीजें बनाई जा सकती हैं. यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने पराली से कई तरह के सोफे और खटिया बनाकर दिखाया भी है.
पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर तजिंदर सिंह ने कहा कि किसान पराली खेत में ना जलाएं, बल्कि इससे आप सोफा, टेबल और खटिया जैसी उपयोगी चीजें बना सकते हैं. पराली को जलाकर प्रदूषण बढ़ाने की जगह आप इसका बेहतरीन उपयोग कर सकते हैं जिससे प्रदूषण भी नहीं होगा और पराली से बनी ये चीजें उपयोग में लाई जा सकती हैं.
प्रोफेसर तजिंदर सिंह ने कहा कि आप इन्हें देखकर ये अंदाजा नहीं लगा सकते कि ये सब पराली का बना हुआ है. ये बैठने में भी बहुत आरामदायक है. इस पर कोई खास खर्च नहीं आता. सिर्फ थोड़ी सी मेहनत और ना के बराबर मैटेरियल से ही ये शानदार चीजें तैयार हो जाएंगी.पराली के इस्तेमाल से बने ये फर्नीचर न सिर्फ सस्ते हैं, बल्कि सर्दियों में ये बेहद गर्म रहते हैं. पराली के सोफे और कुर्सियां बैठने में आरामदायक हैं, साथ ही इसको एक जगह से दूसरी जगह भी ले जाया जा सकता है.
अधिकारियों ने कहा कि आने वाले समय में पराली का इस्तेमाल कुर्सी, सोफा, टेबल या फर्नीचर तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इससे घर में सजाने वाले बेहद आकर्षक सामान, दरी, कपड़े, जैकेट्स वगैरह भी बनाए जा सकते हैं. हाल ही में किसान मेले में पराली से बनाई गई ऐसी कई चीजों को प्रदर्शित किया गया था, जिसे लेकर किसानों में बड़ी उत्सुकता देखी गई.