पंजाब के तरनतारन में जिस ASI को किसानों ने बंधक बनाया था, उसकी मौत हो गई है. हालांकि मौत की वजह का अभी पता नहीं चल पाया है. असल में पुलिस की एक पार्टी किसान नेताओं को रेल रोकने के आरोप में पकड़ने गई थी. लेकिन, वहां किसानों ने इस ASI को पकड़ लिया और उन्हीं के कबजे में ASI की मौत हो गई.
तरनतारन कांड को लेकर सूचना-प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है. उनका कहना है कि राज्य में लोग अब कानून-व्यवस्था से डरते ही नहीं हैं. प्रदेश में अराजकता फैली हुई है. पंजाब की जनता को इस बात का संज्ञान लेना चाहिए कि राज्य किस ओर जा रहा है.
वहीं पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह वाजवा ने भी पूरी घटना पर बादल सरकार को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस ज्यादती और पैसे बनाने के अलावा कोई काम नहीं करती है. शिरोमणी अकाली दल अपना निजी एजेंडा पूरा करने के लिए राज्य पुलिस का इस्तेमाल कर रही है.
बीजेपी ने इस घटना को दुखद बताया है और मांग की है कि दोषियों को सजा दी जाए.पार्टी नेता बलबीर पुंज ने कहा कि इस घटना से यह साफ हो रहा है कि कुछ असमाजिक तत्वों ने किसान आंदोलन को हाइजैक कर लिया है. ऐसे में पुलिस को सख्ती दिखानी चाहिए.