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राघव चड्ढा ने चार साहिबजादे और माता गुजरी को संसद में श्रद्धा फूल अर्पित करने की उठाई मांग

AAP के राज्य सभा सांसद राघव चड्ढा ने शुक्रवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को एक मांग पत्र सौंपा है और गुरु गोबिंद सिंह के चार साहिबजादे और माता गुजरी को संसद में श्रद्धा फूल अर्पित करने की मांग उठाई है. चड्ढा ने ये भी कहा- देश के सभी एजुकेशन बोर्ड गुरु गोबिंद सिंह और उनके चार साहिबजादों की देश व धर्म की रक्षा के लिए दी गई शहादत को स्कूलों में पढ़ाएं.

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AAP के राज्य सभा सांसद राघव चड्ढा ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को मांग पत्र सौंपा है.
AAP के राज्य सभा सांसद राघव चड्ढा ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को मांग पत्र सौंपा है.

आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता और पंजाब से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने सिख धर्म के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह के चार साहिबजादे और माता गुजरी को संसद में हर साल शहीदी हफ्ते के दौरान श्रद्धा के फूल अर्पित करने की मांग उठाई है. चड्ढा ने शुक्रवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को एक मांग पत्र भी सौंपा है. 

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पत्र में चड्ढा ने लिखा कि श्री गुरु गोबिंद सिंह के चार साहिबजादों की शहादत दुनिया के इतिहास की सबसे दर्दनाक और दिल को कंपा देने वाली घटना है. एक तरफ जहां ये घटना दरिंदगी की घिनौनी तस्वीर प्रस्तुत करती है तो दूसरी ओर साहिबजादों के जुझारूपन, शौर्य और सिखी सिदक की भावना प्रकट करती है.

श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के दो बड़े साहिबजादे बाबा अजीत सिंह और बाबा जुझार सिंह चमकौर की जंग में लड़ते हुए शहीद हुए और दो छोटे साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह को हुकूमत ने शहीद कर दिया. इस शहादत के बारे में मैथिली शरण गुप्त ने लिखा है- जिस कुल जाति देश के बच्चे दे सकते हैं जो बलिदान, उसका वर्तमान कुछ भी हो भविष्य है महा महान.

साहिबजादों ने देश और कौम की शान बढ़ाई

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चड्ढा ने पत्र में लिखा- साहिबजादों ने अपनी कुर्बानी देकर सिख कौम और देश का नाम ऊंचा किया. साहिबजादों पर तरह-तरह के जुल्म किए गये और उन्हें तड़पा- तड़पाकर शहीद किया गया. उन्होंने दसवें बादशाह, देश और कौम की शान बढ़ाई.

स्कूलों में बच्चे जानेंगे वीर गाथा

राघव चड्ढा ने सभापति से मांग की कि देश के सभी एजुकेशन बोर्ड श्री गुरु गोबिंद सिंह और उनके चार साहिबजादों की देश और धर्म की रक्षा के लिए दी गई शहादत को स्कूल में बच्चों को पढ़ाएं. इस पढ़ाई से ना सिर्फ बच्चे गुरु साहिब की वीर गाथा को जानेंगे, बल्कि उनके अंदर देशभक्ति का जज्बा भी पैदा होगा.

 

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