scorecardresearch
 

एक ऐसा स्कूल जहां डंडा लेकर बच्चों को छोड़ने जाते हैं पैरेंट्स, हैरान कर देगी वजह

स्कूल की मुख्य अध्यापक गीता रानी का कहना है कि अकेले स्कूल के अंदर आना-जाना बेहद मुश्किल है, इसके लिए सुबह अभिभावकों का इंतजार करना पड़ता है. सब मिलकर हाथों में डंडा लेकर स्कूल के अंदर घुसते हैं. स्कूल की छुट्टी के बाद भी ऐसा ही करना पड़ता है.

Advertisement
X
बंदरों के खौफ में स्कूल जाने वाले बच्चे (फोटो- आजतक)
बंदरों के खौफ में स्कूल जाने वाले बच्चे (फोटो- आजतक)

पंजाब के संगरूर के आमलपुर गांव में माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने और लेने आते हैं तो उनके हाथों में डंडा रहता है. इतना ही नहीं स्कूल में पढ़ाने वाली टीचर को भी लाठी या डंडा लेकर स्कूल के गेट के अंदर घुसना पड़ता है. यह बात सुनने में थोड़ी अजीब जरूर लग रही है, पर इसके पीछे वजह बड़ी अहम है.  

Advertisement

दरअसल गांव में बंदरों ने आतंक मचाया हुआ है. इस वजह से ग्रामीणों को अकेले निकलने तक की हिम्मत नहीं होती है. बच्चों के माता-पिता और टीचर को इस बात का डर हमेशा लगा रहता है कि कहीं बंदर बच्चों पर हमला ना कर दें. गांव के बड़े बुजुर्गों का कहना है कि बंदरों की वजह से दूसरे गांव के लोग यहां अपनी बेटियों की शादी करने से भी कतराते हैं. 

बंदरों के आतंक से परेशान लोग
बंदरों के आतंक से परेशान लोग

 

इस समस्या को वन विभाग और डीएम से अवगत कराया जा चुका है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला. यह एक बड़ी समस्या है. पूरे इलाके में 200 से ज्यादा बंदर हैं जो आए दिन किसी ना किसी को निशाना बनाते रहते हैं. स्कूल की मुख्य अध्यापक गीता रानी का कहना है कि अकेले स्कूल अंदर जाना बेहद मुश्किल है, इसके लिए सुबह अभिभावकों का इंतजार करना पड़ता है. सब मिलकर हाथों में डंडा लेकर स्कूल के अंदर घुसते हैं. स्कूल की छुट्टी के बाद भी ऐसा ही करना पड़ता है.  

Advertisement

वहीं इस मामले पर एसडीएम नवरीत कौन सेखों का कहना है कि उनके संज्ञान में यह मामला आया है. वन विभाग के अधिकारियों से बात चल रही है. जल्द से जल्द इस मसले का कोई न कोई हल निकल आएगा. 

Advertisement
Advertisement