Punjab News: पंजाब के लुधियाना में दर्दनाक हादसा हुआ है. यहां एक झोपड़ी में आग लगने से एक ही परिवार के पांच बच्चे समेत सात सदस्य जिंदा जल गए. यह घटना बुधवार तड़के करीब 2 बजे की है, जब परिवार के सभी सदस्य झोपड़ी में सो रहे थे. झोपड़ी में आग किस वजह से लगी, अभी वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है.
झोपड़ी में आग लगने से एक ही परिवार के 7 लोगों के जिंदा जलने की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची. टिब्बा थाना के उप निरीक्षक बदलेव राज ने बताया, 'झोपड़ी में आग लगी है, जिससे एक परिवार के 7 लोगों की मौत हो गई है. मरने वालों में बच्चे शामिल हैं.'
झोपड़ी में आग लगने से उसमें रखा सारा सामान जलकर खाक हो गया था. इस दौरान उसमें सो रहे लोगों को संभलने का मौका तक नहीं मिला और वो आग की चपेट में आने से जिंदा जल गए.
समस्तीपुर के रहने वाले थे मृतक
इस हादसे में मारे गए 7 लोग बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले थे. अब उनके पैतृक गांव समस्तीपुर में मातम का माहौल छा गया है. इसी महीने 29 अप्रैल को बेटे की शादी होने वाली थी. इसको लेकर परिवार के लोग पैतृक गांव शिवाजीनगर में जुटे हुए थे. इस बीच, लुधियाना स्थित घर में आग लगने से 7 लोगों की जलकर मौत हो गई, जिसमें 5 बच्चे भी शामिल हैं. ये सभी लोग बिहार के समस्तीपुर जिले के शिवाजीनगर प्रखंड के बाघोपुर गांव के रहने वाले थे. इस घटना से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है. वहीं, मृतकों के परिवार में शादी की खुशियां मातम में तब्दील हो गई हैं.
बता दें कि शिवाजीनगर प्रखंड के बाघोपुर निवासी सुरेश साहनी अपने परिवार के साथ पंजाब के लुधियाना शहर के टिब्बा रोड स्थित मक्कड़ कॉलोनी में रहते थे. जहां सुबह 2 बजे के करीब आग लगने से परिवार के 7 लोग जिंदा जल गए. जिससे सभी की मौके पर ही मौत हो गई. जब आग लगी उस वक्त झोपड़ी में परिवार के सभी सात सदस्य मौजूद थे.
बताया गया है कि सुरेश सहनी वहां कबाड़ का काम करते थे. उनकी उम्र 55 साल बताई जा रही है. मृतकों में 5 बच्चे भी शामिल हैं. सुरेश सहनी के साथ उनकी 52 साल की पत्नी अरुणा देवी, 15 साल की बेटी राखी,10 साल की मनीषा, 8 साल की गीता, 5 साल की चंदा और 2 साल के बेटे सन्नी की इस हादसे में मौत हो गई. वहीं इस हादसे में सुरेश के बड़े बेटे राजेश की जान बच गई है. वह रात को अपने दोस्त के घर चला गया था.
गांव के सरपंच ने बताया कि घटना की जानकारी मोबाइल से मिली सुरेश साहनी के घर में आग लग गया है. जिसमें सात लोग जिंदा जल गए. इसी महीने के 29 तारीख को सुरेश साहनी के बेटे की शादी होने वाली थी.
20 सालों से लुधियाना में करता था कारोबार
समस्तीपुर के शिवाजीनगर निवासी सुरेश साहनी 20 सालों से लुधियाना में रहकर कबाड़ का काम कर रहा था. मृतक की भाभी बताती है कि वही परिवार को लेकर रहते थे. बीच-बीच में गांव पर्व और शादी-विवाह के समय आया करते थे. अब वह अपने बेटा का शादी करने वाले थे. इस बीच घटना घट गई.
बेटा के शादी में आने के लिए बना था टिकट
लुधियाना में दिल दहला देने वाले आग लगने की घटना ने मृतक सुरेश साहनी के बेटे की शादी के अरमानों को भी राख में तब्दील कर दिया. इसी माह 29 अप्रैल को बेटे की होने वाली शादी की तैयारी में जुटे समस्तीपुर जिले शिवाजीनगर निवासी सुरेश साहनी और उनके परिवार के सदस्यों ने सोचा भी नहीं होगा कि बेटे की शादी से पहले उनके परिवार के सात सदस्यों की मौत इस तरह से हो जाएगी.
सुरेश साहनी अपने पैतृक गांव कॉल करके अपने रिश्तेदारों को शादी की तैयारी करने और शादी में शामिल होने के लिए न्योता की बात कह कर लुधियाना से समस्तीपुर आने के लिए टिकट बन जाने की बात कुछ दिन पहले ही अपने भाभी को कहा था. पर ऊपर वाले को कुछ और ही मंजूर था और शादी का माहौल मातम में तब्दील हो गया.
(जहांगीर आलम के इनपुट के साथ)