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पंजाब: जूती बेचने वाले के बेटे ने किया कमाल, UPSC पास कर अब बनेगा अफसर

पंजाब के फरीदकोट में जूती बेचने वाले एक शख्स के बेटे ने यूपीएससी की परीक्षा पास की है. खास बात ये है कि उनके बेटे अभिषेक ने घर में रहकर ही इसकी तैयारी की थी. बेटे की सफलता के बाद पिता ने कहा कि अभिषेक ने उनका सपना पूरा कर दिया.

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यूपीएससी परीक्षा में जूती बेचने वाले के बेटे ने मारी बाजी
यूपीएससी परीक्षा में जूती बेचने वाले के बेटे ने मारी बाजी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • फरीदकोट में जूती बेचने वाले के बेटे ने पास की यूपीएससी की परीक्षा
  • पिता ने कहा, बेटे ने मेरा सपना पूरा कर दिया

एक कहावत है कि जहां चाह होती है वहां राह होती है. अगर किसी मुकाम पर जाना हो तो कड़ी मेहनत करनी पड़ती है. कुछ ऐसा ही कर दिखाया पंजाब के फरीदकोट के रहने वाले अभिषेक ने, जिसने यूपीएसपी की परीक्षा में 218वीं रैंक हासिल की है. अभिषेक के पिता जूती बनाने का काम करते हैं.

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फरीदकोट के छोटे से इलाके कोटकापूरा में पंजाबी जूती बनाने वाला के बेटे ने UPSC में सफलता हासिल करने अपने पिता के सपने को पूरा कर दिया. इसके साथ ही अभिषेक ने इलाके और शहर का नाम भी रोशन किया है. इलाके के लोगों ने यूपीएससी रिजल्ट आने के बाद ढोल नगाड़ों के साथ फूल बरसा कर अभिषेक का सवागत किया. अभिषेक ने इंडियन फॉरेन सर्विस चुना है.

अभिषेक की इस सफलता से उनके पिता रौशन लाल बेहद गदगद हैं. पिता ने कहा कि मेरा बेटा IAS अफसर बने, यही मेरा सपना था जो आज पूरा हुआ. उन्होंने कहा, कल तक हम दूसरों के लिए ताली बजाते थे, आज लोगों ने हमारे लिए ताली बजाई हमारी तो दिवाली मन गई.

अभिषेक के पिता ने कहा कि वो एक मध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं लेकिन घर में सभी शिक्षित हैं और वो खुद भी ग्रेजुएट हैं. उन्होंने कहा कि वो LLB करना चाहते थे मगर उस वक्त 13 हजार रुपये इसमें खर्च आ रहा था जो परिवार के लिए देना संभव नहीं था.

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अभिषेक के पिता रौशन लाल ने कहा, उसी वक्त सोचा कि अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देंगे और आज उसी का नतीजा है कि बेटा इस मुकाम पर पहुंच गया. रौशन लाल ने कहा, उन्होंने कभी बेटे को दुकान पर नहीं आने दिया और उसने उनके सपने को पूरा कर दिया.

इस मौके पर अभिषेक ने बताया कि उनकी इस कामयाबी के पीछे माता-पिता का बहुत बड़ा योगदान है. उन्हीं की बदौलत आज वो इस मुकाम पर पहुंचे हैं. अभिषेक ने कहा कि मैंने बीटेक किया है और लॉकडाउन में UPSC की पढ़ाई घर पर बैठकर ही पूरी की है.

उन्होंने कहा, मैंने इंडियन फॉरेन सर्विस चुना है इसलिए दूसरे देशों में अपने मुल्क का प्रतिनिधित्व करूंगा और मुझे कई क्षेत्र में नौकरी का मौका मिलेगा. उन्होंने नई पीढ़ी को अपने लक्ष्य पर फोकस करने की सीख दी है.

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