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पंजाब के सीएम दिल्ली दौरे पर हैं. प्रधानमंत्री से लेकर गृहमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से मिलने के अलावा कैप्टन ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात की. नवजोत सिंह सिद्धू के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद ये पहली बार है जब कैप्टन सीएम सोनिया गांधी से मिले.
सिद्धू- कैप्टन में फिर ठनी
पंजाब में कांग्रेस की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. सूत्रों के मुताबिक सीएम अमरिंदर सिंह की सोनिया गांधी से मंगलवार को मुलाकात महज औपचारिकता नहीं थी, बल्कि नए प्रदेश अध्यक्ष के रवैये को लेकर कैप्टन ने नाराज़गी जताई है. सूत्रों के मुताबिक पंजाब सीएम दस जनपथ पहुंचे तो उनके हाथ में नवजोत सिंह सिद्धू के ट्वीट और बयानों की फाइल थी.
मुलाकात में एक तरफ जहां विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर चर्चा हुई, वहीं कैप्टन ने सिद्धू की भी शिकायत लगाई. सिद्धू के बयान और ट्वीट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि सिद्धू अपनी ही सरकार पर उंगली उठा कर विपक्ष को मौका दे रहे हैं. सबूत के तौर पर कैप्टन, सिद्धू के बयानों के ट्वीट और प्रिंटआउट भी लेकर आए थे. उन्होंने सोनिया गांधी को सबकुछ दिखाया और कहा कि विरोधियों पर फोकस करने के बजाय सिद्धू का ज़्यादा फोकस अपनी सरकार की आलोचना करने में है.
हरीश रावत को करना पड़ेगा हस्तक्षेप
बताया गया है कि बैठक में पंजाब के इन्चार्ज हरीश रावत भी मौजूद थे. इस विषय पर सोनिया गांधी ने भी चिंता जताई. उन्होंने रावत को कहा कि उनको इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए और सिद्धू के इस तरह के बयानों पर लगाम लगाना जरूरी है. अब जानकारी मिली है कि सोनिया गांधी के आदेश पर अगले हफ्ते हरीश रावत पंजाब जाएंगे और सिद्धू से मुलाकात भी करेंगे. पूरी कोशिश की जाएगी कि पंजाब कांग्रेस में चुनाव से ठीक पहले फिर कोई बवाल खड़ा ना हो.
पीएम मोदी से मुलाकात
वैसे जानकारी मिली है कि सोनिया के अलावा अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संग भी मुलाकात की है. उस मुलाकात में उन्होंने अपनी पुरानी मांग को दोहराते हुए कृषि कानूनों को रद्द करने की अपील की है. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि किसान आंदोलन राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से भी चिंता का विषय है. उनके मुताबिक पंजाब एक संवेदनशील इलाका है जहां पर पाकिस्तान की लगातार साजिशें देखने को मिली हैं. ऐसे में अब किसानों की मांगों को मान लेना चाहिए और इस आंदोलन को समाप्त करना चाहिए.
ऑक्सीजन कमी पर कैप्टन का बयान
वैसे सिद्धू से तो अमरिंदर नाराज चल रहे हैं, लेकिन कोरोना काल में अपनी सरकार के प्रदर्शन से वे खुश है. ऑक्सीजन की कमी पर उनकी तरफ से बड़ा बयान दिया गया है. उनके मुताबिक अमृतसर के एक निजी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 6 मौतें हुई थीं. तब 300 टन ऑक्सीजन की जरूरत थी, लेकिन सिर्फ 70 टन ही दी जा रही थी. लेकिन अब स्थिति उलट है. अब पंजाब 400 टन तक ऑक्सीजन का उत्पाद कर रहा है. सीएम ने जोर देकर कहा है कि राज्य में कोई दिक्कत नहीं है.