फूल से मासूम बच्चे को दुनिया में आते ही बेच दिया गया. बच्चा बेचने की यह करतूत किसी और ने नहीं, बल्कि उसके सगे नाना ने की है. कलयुगी नाना की करतूत का खुलासा खुद बच्चे की मां ने किया.
मासूम बच्चे को एक दो बार नहीं बल्कि तीन बार बेचा और खरीदा गया. लुधियाना के अस्पताल में नूरी नाम की महिला ने बच्चे का जन्म दिया, लेकिन जन्म लेते ही बच्चे के नाना ने उसे महज 45 हजार रुपये में नर्स को बेच दिया. नर्स ने इस मासूम को महज 3 दिन अपने पास रखा और इसे 3 लाख रुपये में कुछ दलालों के हवाले कर दिया.
दलालों ने तो बच्चे के साथ और भी जुल्म किया. उन लोगों ने ज्यादा से ज्यादा कीमत पाने के लिए सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक पर बच्चे की तस्वीर लगा दी और इसके जरिए उन्होंने दिल्ली में एक व्यापारी ग्राहक भी तलाश लिया और 8 लाख रुपये में सौदा कर लिया. इस बीच, मीडिया में मामला उछला और पुलिस तक खबर पहुंच गई. लुधियाना पुलिस के लंबे हाथों ने उन्हें धर दबोचा.
फेसबुक पर बच्चे को बचने का यह शायद पहला मामला सामने आया है. पुलिस अभी आरोपियों से पूछताछ कर जानने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह में और कितने लोग शामिल है.
पूरा घटनाक्रम इस प्रकार है:
8 अप्रैल: नूरा को लुधियाना के अस्पताल में भर्ती कराया गया.
9 अप्रैल: नूरा ने एक लड़के को जन्म दिया.
10 अप्रैल: डॉक्टरों ने नूरा को अस्पताल से छुट्टी दे दी, लेकिन एक नर्स ने बच्चे को बीमारी बताकर उसे ले लिया.
11 अप्रैल: नर्स ने बताया कि नूरा के बच्चे की मौत हो गई है.
12 अप्रैल: कुछ लोग नूरा के घर आए और उसके पिता फिरोज को 45 हजार रुपये दिए. फिरोज पैसे लेने के बाद घर से चला गया.
13 अप्रैल: नूरा ने पुलिस में इस बाबत मामला दर्ज कराया.
14 अप्रैल: पुलिस ने नूरा के पिता फिरोज का पता लगाया.
15 अप्रैल: पुलिस ने फिरोज को सहारनपुर से गिरफ्तार किया.
19 अप्रैल: पुलिस पूछताछ में फिरोज ने पूरा प्लॉट बताया.
20 अप्रैल: पुलिस की एक टीम अस्पताल गई और बच्चे को वहां से हासिल किया.
21 अप्रैल: पुलिस ने नूरा को बच्चे सौंप दिया.