
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने गुरुवार को कहा कि लोगों को घर पर बैठे नागरिक सेवाएं मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार 10 दिसंबर को ‘भगवंत मान सरकार, तुहाडे द्वार’ स्कीम की शुरुआत करेगी. श्री फतेहगढ़ साहिब और बस्सी पठाणां के सांझ केन्द्रों के अचानक दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को सुचारू तरीके और आसानी के साथ यह सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य के साथ यह कदम उठाया गया है.
उन्होंने कहा कि घर-घर तक सेवाएं देने की शुरुआत वाली यह पहलकदमी लोगों की सरकारी सेवाओं तक सीधी और आसान पहुंच मुहैया करवाएगी. इस पहलकदमी के अंतर्गत जन्म और मौत, आमदन, रिहायश, जाति और पैंशन का सर्टिफिकेट, बिजली बिलों की अदायगी और अन्य सेवाएं राज्य भर में घर- घर तक मुहैया होंगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1076 नंबर हेल्पलाइन पर कॉल करके अपनी सुविधा के मुताबिक समय देकर यह सेवाएं ली जा सकेंगी. उन्होंने कहा कि आवेदक को संबंधित सेवा लेने के लिए जरुरी दस्तावेज, फीस और अन्य शर्तों के बारे बता दिया जायेगा, जिसके लिए आवेदक को एस. एम. एस. प्राप्त होगा, जिसके द्वारा जरुरी दस्तावेज़ों और तारीख और समय के बारे पता चलेगा. निश्चित समय के मुताबिक विशेष प्रशिक्षण प्राप्त मुलाजीम टैबलेट लेकर संबंधित आवेदक के घर या दफ़्तर जाएंगे और सारी अपेक्षित कागजी प्रक्रिया पूरी करेंगे और फीस जमा करेंगे. इसके इलावा आवेदक को पहुंच रसीद दी जायेगी, जिसके द्वारा वह अपने आवेदन पर चल रही प्रक्रिया के बारे में जान सकेगा.
'बिचौलियों की भूमिका होगी खत्म'
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस स्कीम से न सिर्फ लोगों के लिए सुविधा बढ़ेगी, बल्कि इससे पैसे लेकर काम करवाने वाले बिचौलियों की भूमिका खत्म होगी और प्रशासन में पारदर्शिता और कार्यकुशलता आयेगी. घर पर बैठे यह सुविधा सेवा केन्द्रों या समर्पित 1076 हेल्पलाइन नंबर के द्वारा 10 दिसंबर 2023 के बाद के ली जा सकेगी. लोगों की सहूलियत के लिए हर संभव कोशिश की जायेगी जिससे उनके रोज़मर्रा के प्रशासकीय काम आसानी से पूरे हो सकें.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि शहीदी जोड़ मेल के दौरान अकीदत भेंट करने के लिए फतेहगढ़ साहिब आने वाले हज़ारों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक प्रबंध किये जाएंगे. उन्होंने कहा कि यह पवित्र धरती न सिर्फ़ सिखों, बल्कि समूची मानवता के लिए प्रेरणा का स्रोत है और हममें से हर कोई हर साल छोटे साहिबजादों और माता गुजरी की शहीदी के आगे सिर झुकाएंगे के लिए यहां पहुंचता है. भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार शहीदी जोड़ मेल के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी.
सीएम करेंगे योजनाओं की निगरानी
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह निजी तौर पर इस काम की निगरानी करेंगे, जिससे यह यकीनी बनाया जा सके कि इस कार्य को समयबद्ध ढंग से पूरा किया जा सके. भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस पवित्र धरती पर माता गुजरी जी समेत साहिबज़ादा जोरावर सिंह और साहिबज़ादा फतेह सिंह की शहीदी ने युगों से पंजाबियों को अन्याय, जबर और ज़ुल्म के विरुद्ध लड़ने के लिए प्रेरित किया है. उन्होंने कहा कि छोटे साहिबज़ादों की तरफ से छोटी उम्र में जो महान बलिदान दिया गया है, उसकी दुनिया भर में कोई मिसाल नहीं मिलती.
'शहीदी सभा में श्रद्धालुओं को मिलेंगी सुविधाएं'
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर साल शहीदी सभा के दौरान लाखों श्रद्धालु इस पवित्र स्थान के दर्शनों के लिए आते हैं, इसलिए राज्य सरकार की तरफ से इस नगर की मुकम्मल रूप में नुहार बदली जा रही है. उन्होंने कहा कि इस पवित्र स्थान पर आने वाले श्रद्धालुओं को सहूलतें मुहैया करवाना राज्य सरकार की प्राथमिक ज़िम्मेदारी है. भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह यकीनी बनाया जाये कि किसी भी श्रद्धालु को यात्रा के दौरान किसी किस्म की दिक्कत का सामना न करना पड़े और इसलिए अपेक्षित व्यावहारिक व्यवस्था की जायेगी.
'30 दिसंबर को कोई भी खुशी का समागम नहीं'
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिसंबर का महीना, जिस दौरान दशम पातशाह श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी के समूचे परिवार को शहीद किया गया था, समूची मानवता के लिए शोक का महीना है. भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार 20 से 30 दिसंबर तक कोई भी ख़ुशी का समागम नहीं करवाएगी. उन्होंने कहा कि यह राज्य सरकार द्वारा दसमेश पिता के परिवार के महान बलिदान को विनम्र सी श्रद्धांजलि होगी.