पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर तैनात महिला स्क्वाड्रन लीडर अर्शिता जयसवाल की 9वें दिन इलाज के दौरान मौत हो गई है. 17 जुलाई को उन पर एयरफोर्स मेस में काम करने वाले एक सेवादार ने धारदार हथियार से हमला कर दिया था, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गई थीं. इसके बाद उन्हें इलाज पंचकूला में सेना के कमांड अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां रविवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
हमले के आरोपी को पठानकोट पुलिस ने सीसीटीवी के आधार पर 17 जुलाई को ही गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर पूछताछ की थी. बताया जा रहा है कि आरोपी ने अपना गुनाह कुबुल कर लिया है. आरोपी का नाम मक्खन सिंह है.
पुलिस ने बताया था कि सोमवार रात को आरोपी चोरी करने के इरादे से ऑफिसर के घर में घुसा था. तब वह सो रही थीं लेकिन उन्होंने आवाज सुनी तो वह जाग गईं. इसके बाद उन्होंने आरोपी का विरोध किया तो उसने जयसवाल पर हमला कर दिया. इससे उनके सिर पर गंभीर चोटें आई थीं.
पठानकोट के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरकमलप्रीत सिंह खख ने बताया था कि आरोपी की पहचान माखन सिंह के रूप में हुई है, जिसे सीसीटीवी फुटेज की मदद से गिरफ्तार किया गया. घटना के वक्त महिला अधिकारी घर में अकेली थी. बगल के क्वार्टर में रहने वाली एक अन्य महिला IAF अधिकारी, जो पीड़िता के घर गईं, उन्होंने घायल हालत में पाया और सहायता के लिए अन्य लोगों बुलाया. तब अर्शिता जयसवाल को अस्पताल ले जाया गया और बाद में हरियाणा के चंडीमंदिर में सेना के कमांड अस्पताल में रेफर कर दिया गया.