हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शुक्रवार को पंजाब को अपने राज्य का 'बड़ा भाई' बताते हुए उससे एसवाईएल नहर के जरिए रावी और ब्यास नदी का पानी साझा करने का आग्रह किया. अमृतसर में स्वर्ण मंदिर की यात्रा के दौरान पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने यह सुझाव दिया. इससे पहले दिन में उन्होंने ब्यास में राधा स्वामी सत्संग का दौरा किया और संप्रदाय प्रमुख गुरिंदर सिंह ढिल्लों से उनके आवास पर मुलाकात की.
दरअसल, हरियाणा ने नहर का अपना हिस्सा बना लिया है, लेकिन पंजाब अपने क्षेत्र में नहर का हिस्सा पूरा करने में अनिच्छुक है. उसका कहना है कि उसके पास पानी नहीं है. एसवाईएल नहर मुद्दे पर पत्रकारों से बातचीत में सैनी ने कहा, "पंजाब हमारा बड़ा भाई है और बड़े भाई का कर्तव्य है कि वह छोटे भाई को निराश न होने दे."
पीटीआई के मुताबिक उन्होंने पंजाब और हरियाणा के बीच पारिवारिक बंधन पर भी जोर देते हुए कहा, "पंजाब-हरियाणा एक परिवार है और मैं अपने बड़े भाई से अपील करता हूं कि वह हमारे साथ पानी साझा करें."
हाल ही में, दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा हरियाणा पर राष्ट्रीय राजधानी के हिस्से का पानी न देने का आरोप लगाए जाने के बाद, सैनी ने कहा कि हरियाणा शहर को तय मात्रा से अधिक पानी दे रहा है. सैनी ने तब कहा था कि पंजाब में भी आप की सरकार है और उन्हें पंजाब से एसवाईएल नहर का पानी देने के लिए कहना चाहिए, ताकि हरियाणा की पानी की कमी दूर हो सके और दिल्ली को भी अधिक पानी मिल सके.
स्वर्ण मंदिर की अपनी यात्रा के दौरान, सैनी ने लंगर खाया और बर्तन धोकर "सेवा" की. बयान में कहा गया कि गुरुद्वारा समिति ने उन्हें एक 'सिरोपा' (सम्मान का वस्त्र) भेंट किया.
स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सैनी ने कहा, "आज, मुझे पवित्र शहर अमृतसर आकर बहुत शांति मिली है. हमें गुरुओं के दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लेना चाहिए. मैंने राज्य और देश के लोगों की खुशहाली और समृद्धि के लिए प्रार्थना की."
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "राष्ट्र और धर्म की रक्षा के लिए हमारे सिख गुरुओं का बलिदान इस पवित्र भूमि के कण-कण में समाया हुआ है, जो पूरे देश को राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रेरित करता है."
आधिकारिक बयान के अनुसार, यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी, हरियाणा के सीएम का ब्यास में राधा स्वामी सत्संग का दौरा एक शिष्टाचार मुलाकात थी. देश के शीर्ष राजनीतिक नेता समय-समय पर संप्रदाय मुख्यालय का दौरा करते हैं. संप्रदाय के देश भर में बड़ी संख्या में अनुयायी हैं. सैनी ने एक्स पर एक अन्य पोस्ट में कहा, "राधा स्वामी सत्संग ब्यास के आध्यात्मिक प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों जी से मुलाकात की. उनके कुशल नेतृत्व में, आरएसएसबी कई सामुदायिक सेवा प्रयासों में सबसे आगे रहा है. इस अवसर पर, विभिन्न आध्यात्मिक और सामाजिक मुद्दों पर बाबा गुरिंदर जी से मार्गदर्शन प्राप्त हुआ."