पंजाब में AAP विधायकों को खरीदने के दावों के बीच बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा- हमने राज्यपाल से मुलाकात करके बताया है कि पिछले दो दिनों से अरविंद केजरीवाल (दिल्ली के सीएम) की नौटंकी चल रही है. इससे पहले भी केजरीवाल ने जो नौटंकी की थी, उसका भंडाफोड़ इनके ही एक कार्यकर्ता ने किया था. इस मामले में भी दूध का दूध और पानी का पानी होगा.
अश्वनी शर्मा ने आगे कहा- भगवंत मान को आज बीजेपी या किसी अन्य दल से खतरा नहीं है. भगवंत मान को सबसे ज्यादा खतरा केजरीवाल से है. ये ऑपरेशन लोटस नहीं, ऑपरेशन भगवंत मान हटाओ है. केजरीवाल भगवंत मान को बिल्कुल पसंद नही करते हैं, इसलिए जब भगवंत मान बाहर गए हैं, उस वक्त हरपाल चीमा को आगे खड़ा कर दिया है.
'हमारे विधायकों को कोई नहीं खरीद सकता': केजरीवाल
उन्होंने कहा- हमने जब इस बारे में प्रेशर बनाया कि अगर सुबूत हैं तो जांच कराओ, इसलिए कल डीजीपी से मिलकर केस दर्ज कराया. बता दें कि दो दिन पहले आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दावा किया था कि पंजाब में 'ऑपरेशन लोटस' की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा था कि हर विधायक को 25 करोड़ रुपये ऑफर किए गए हैं. केजरीवाल ने चेतावनी दी थी कि उनके विधायकों को कोई भी कभी भी नहीं खरीद सकता है.
भ्रामक राजनीति कर रही है आप सरकार: बीजेपी
हालांकि AAP के आरोपों पर बीजेपी नेता तरुण चुघ ने जवाब दिया था और कहा था कि विधायकों को खरीदने के दावे झूठे हैं. इन दावों की सीबीआई से जांच होना चाहिए. आम आदमी पार्टी की सरकार ज्वलंत मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए झूठी मनगढ़त कहानियां गढ़ रही है. चुघ ने कहा कि फर्जी कॉल के आधार पर शिकायत लेकर डीजीपी के पास जाकर आप सरकार घटिया और भ्रामक राजनीति कर रही है.
ये कट्टर बेईमान हो गए हैं: शर्मा
अब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा सामने आए हैं. उन्होंने इस मामले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से करवाए जाने की मांग की. उन्होंने कहा- ये (पंजाब की आप सरकार) कट्टर ईमानदार की बात करते थे, लेकिन ये कट्टर बेईमान हो गए. इनका एक मंत्री फौजा सिंह सरारी की एक ऑडियो क्लिप चल रही है. ये वही भगवंत मान हैं, जिन्होंने संगरूर उपचुनाव को देखते हुए एक ऑडियो क्लिप के आधार पर कार्रवाई की थी. लेकिन अब क्या हो गया, अब कोई कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है. इस मामले में सीबीआई जांच होनी चाहिए.
आप नेताओं से सचेत रहने की जरूरत
वहीं, पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार संधवा के कनाडा में खालिस्तानी नेताओं के साथ वायरल तस्वीरों पर अश्विनी शर्मा ने कहा कि खालिस्तानी समर्थकों के साथ आम आदमी पार्टी के नेताओं के संबंध के बारे में सबको पता है, हमको सचेत रहने की जरूरत है. सिख फॉर जस्टिस के गुरपतवंत सिंह पन्नू ने तो बयान दिया था कि हमने चुनाव में आम आदमी पार्टी की मदद की है.
चीमा ने कहा था- 25 करोड़ का ऑफर दिया जा रहा
बता दें कि चंडीगढ़ में आप सरकार में वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और कहा था- हर विधायक को ₹25 करोड़ का ऑफर दिया जा रहा है. आम आदमी पार्टी को तोड़ने के लिए बीजेपी ने 1375 करोड़ रुपये का बजट रखा है जो कि काले धन से इकट्ठा किया गया है. चीमा ने आरोप लगाया कि पिछले एक हफ्ते से बीजेपी ने 7 से 10 आम आदमी पार्टी के विधायकों को सीधे तौर पर या किसी के माध्यम से संपर्क करके बीजेपी में शामिल करने का प्रयास और लालच दिया जा रहा है.