वैक्सीन की कमी दूर करने के लिए पंजाब सरकार ने ग्लोबल टेंडर जारी किए थे. लेकिन अब उसे अमेरिकी मॉडर्ना की तरफ से झटका लगा है, क्योंकि मॉडर्ना ने वैक्सीन देने से इनकार कर दिया है. कंपनी का कहना है कि राज्य सरकार को वैक्सीन देना उसकी पॉलिसी के खिलाफ है.
दरअसल, पंजाब में वैक्सीन की किल्लत हो रही है. इसे दूरे करने के लिए 20 मई को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ग्लोबल टेंडर जारी करने के आदेश दिए थे. इसके लिए अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना, फाइजर, जॉन्सन एंड जॉन्सन और स्पुतनिक से संपर्क किया था. इस पर बाकी कंपनियों से अभी कोई जवाब नहीं आया है, लेकिन मॉडर्ना ने वैक्सीन देने से इनकार कर दिया है.
मॉडर्ना का कहना है कि राज्य सरकार को वैक्सीन देना उसकी पॉलिसी के खिलाफ है. कंपनी सिर्फ भारत सरकार को ही वैक्सीन दे सकती है.
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पंजाब सरकार ने वैक्सीन की करीब 50 लाख डोज की कमी की जानकारी दी थी. इनमें से 30 लाख डोज तो 18 से 44 साल के लोगों के लिए चाहिए. वैक्सीन की कमी की वजह से 45 साल से ऊपर के लोगों का वैक्सीनेशन प्रोग्राम भी प्रभावित हो रहा है. वैक्सीन की कमी होने की वजह से पिछले तीन दिनों से 45 साल से ऊपर के लोगों का वैक्सीनेशन नहीं हो पा रहा है.
राज्य सरकार को अब तक केंद्र सरकार की तरफ से वैक्सीन की 44 लाख डोज मिली है. वहीं, 18 से 44 साल के लोगों के लिए 4.2 लाख डोज ही मिली हैं, जिनमें से 3.65 लाख डोज लगाई जा चुकी हैं.