इराक में आईएसआईएस के हाथों मारे गए 39 भारतीयों के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया. परिवार अभी सदमे से बाहर भी नहीं निकले हैं कि इस मसले पर भी सियासत शुरू हो गई है. दरअसल, केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने पंजाब सरकार का रवैया बीमार मानसिकता वाला बताया. इसके बाद पंजाब सरकार और अन्य राजनीतिक दलों की ओर से बयानबाजी का दौर शुरू हो गया.
पंजाब के कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने केंद्रीय मंत्री वीके सिंह द्वारा पंजाब सरकार को लेकर किए ट्वीट पर कहा कि वीके सिंह इस तरह के ट्वीट करके मोसुल में मारे गए 39 भारतीयों के नाम पर ओछी राजनीति कर रहे हैं.
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ग्रामीण विकास मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने कहा कि इराक में मारे गए भारतीयों के साथ पंजाब ने नहीं बल्कि केंद्र ने धोखा किया है. अगर केंद्र सही समय पर कार्रवाई करता तो आज हालात कुछ और होते. उन्होंने कहा कि वीके सिंह का ये बयान दुर्भाग्यपूर्ण है और इस बयान से लगता है कि केंद्र का मंत्री नहीं कोई BJP का नेता बोल रहा है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पंजाब और वहां के लोगों के साथ धोखा किया है. अगर सही समय पर कार्रवाई करते तो आज देश को ये दिन नहीं देखना पड़ता. सांसद प्रताप सिंह बाजवा लगातार ये मुद्दा उठाते आ रहे थे कि केंद्र को इराक में फंसे भारतीयों की रिहाई के लिए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन केंद्र ने उस समय कोई कार्रवाई नहीं की.
तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने कहा कि मोसुल में मारे गए भारतीयों के परिवारों को नौकरी देने के सवाल पर जनरल वीके सिंह ने जो बिस्किट बांटने वाली बात की है वो भी काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. जनरल काफी समझदार आदमी हैं, उनसे इस तरह के बयान या ट्वीट करने की उम्मीद नहीं की जा सकती.
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पंजाब विधानसभा के नेता विपक्ष और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सुखपाल खैहरा ने जनरल वीके सिंह द्वारा पंजाब सरकार को लेकर किए गए ट्वीट पर कहा कि एक पूर्व सेनाध्यक्ष जो कि अब केंद्र सरकार में मंत्री है उसके मुंह से इस तरह की बातें शोभा नहीं देतीं. अगर कोई कम पढ़ा लिखा मंत्री होता तो ये बात समझ में भी आती है कि उसने नासमझी में ऐसा ट्वीट कर दिया होगा, लेकिन जनरल वीके सिंह जैसे पूर्व सेनाध्यक्ष को ये बात शोभा नहीं देती.
सुखपाल खैहरा ने कहा कि इराक के मोसुल में मारे गए 39 भारतीयों के मुद्दे पर केंद्र सरकार और साथ ही पंजाब सरकार ठीक से कार्रवाही नहीं कर सकी और एक दूसरे पर ब्लेम गेम ही चलता रहा. सुखपाल खैहरा ने कहा कि अब ये साफ हो चुका है कि इस मामले में ना सिर्फ पंजाब सरकार बल्कि केंद्र सरकार ने भी लापरवाही बरती है.
जनरल वीके सिंह के पंजाब सरकार को लेकर किए गए ट्वीट पर पंजाब में बीजेपी की सहयोगी अकाली दल के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि जनरल वीके सिंह काफी समझदार इंसान हैं और अगर उन्होंने अमृतसर में पंजाब सरकार के इंतजामों में कोई कमी देखी होगी तभी उन्होंने ये ट्वीट किया है. इस ट्वीट को राजनीति से जोड़ कर नहीं देखना चाहिए.
चीमा ने कहा कि जनरल वी के सिंह तीन बार इराक गए और लापता 39 भारतीयों के रहस्य से पर्दा उठाया और खुद इराक से शव लेकर भी वो उनके साथ ही भारत आए हैं, ऐसे में वो सिर्फ राजनीति के लिए ऐसा ट्वीट क्यूं करेंगे. उन्होंने ट्वीट के माध्यम से पंजाब सरकार की कमियां ही बताने की कोशिश की हैं.