पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल के ड्रीम प्रोजेक्ट को नवजोत सिंह सिद्धू ने 4 करोड रुपए में नीलाम करने का फैसला लिया है. पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री और अकाली दल के मुखिया सुखबीर बादल ने 13 दिसंबर 2016 को पूरे ढोल-धमाके के साथ देश में पहली बार चलने वाली वाटर बस का उद्घाटन किया था और यह बस भारत-पाकिस्तान के बॉर्डर से लगते हरि के पतन में चलाई गई थी.
बस के लिए बुकिंग भी अमृतसर समेत कई जगहों से होती थी लेकिन कुछ ही दिनों में यह बस सेवा बंद हो गई थी. साल 2018 की कैग रिपोर्ट में भी इस बस के चलाने को लेकर सवालिया निशान लगाए गए थे. अब इस बस को पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने बंद करके नीलाम करने का फैसला लिया है.
जिस समय यह बस चलाई गई थी उस समय तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने कहा था कि, इस प्रोजेक्ट को केंद्र सरकार से मंजूरी लेकर ही चलाया गया था. इससे पंजाब के टूरिज्म को नए आयाम मिलने की बात भी कही गई थी लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू का कहना है कि सुखबीर बादल ने इसे सही तरीके से इंप्लीमेंट नहीं किया. यहां तक कि बस को चलाने वाले ड्राइवर के पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं है.
सुखबीर बादल ने इस बस के जरिए सिर्फ अपना बिजनेस किया. बस की मार्केट कीमत चार करोड़ रुपये है. सिद्धू ने इसकी नीलामी से आने वाले पैसे से इलाके में पैडल वाली वोट चलवाने की बात कही.