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'आप स्वतंत्रता सेनानी नहीं हैं, आपने एक आदमी को मार डाला' सिद्धू पर हमलावर AAP

जेल से रिहा होने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा दिए गए बयान पर अब आम आदमी पार्टी ने प्रतिक्रिया दी है. आप ने सिद्धू पर निशाना साधते हुए कहा कि वह स्टंटमैन की तरह बर्ताव कर राज्य सरकार के बारे में झूठे बयान दे रहे थे.

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मालविंदर सिंह कंग और नवजोत सिंह सिद्धू
मालविंदर सिंह कंग और नवजोत सिंह सिद्धू

पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा भगवंत मान सरकार पर की गई टिप्पणी पर अब AAP ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. सिद्धू शनिवार को जब जेल से रिहा हुए तो उन्होंने पंजाब में बिगड़ती कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया था. अब आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू को याद दिलाया कि वह जेल में स्वतंत्रता सेनानी के रूप में नहीं, बल्कि एक हत्या के मामले में दोषी के रूप में बंद थे.

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'सिद्धू हत्या के दोषी हैं'

नवजोत सिंह सिद्धू ने आरोप लगाया था कि आप सरकार ने उनकी रिहाई में देरी की. इस पर मालविंदर सिंह कंग ने कहा, 'सिद्धू एक बुजुर्ग व्यक्ति की हत्या करने के मामले में सजा काटकर जेल से बाहर आए हैं और वह स्वतंत्रता सेनानी नहीं है. सिद्धू स्टंटमैन की तरह व्यवहार कर रहे हैं और राज्य सरकार के बारे में गलत बयानबाजी कर रहे हैं. पश्चाताप की बजाय सिद्धू बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं. उन्हें एक रोड रेज मामले के लिए दोषी ठहराया गया था, जिसमें एक बुजुर्ग व्यक्ति की जान चली गई थी.'

कंग ने नवजोत सिंह सिद्धू को आराम करने की सलाह देते हुए कहा कि उन्हें अति उत्साह में बयान देने की जरूरत नहीं है. कंग ने कहा, 'सिद्धू का बयान साफ तौर पर दर्शाता है कि उन्हें अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने की जल्दी थी. उन्हें परिवार के बीच बैठकर ईश्वर से प्रार्थना करनी चाहिए क्योंकि उन्होंने करीब एक साल जेल में बिताया है.' इससे पहले शनिवार को जेल से रिहा होते ही सिद्धू ने राज्य और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा था.

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सिद्धू ने लगाए थे सरकार पर आरोप

 पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को अपना छोटा भाई बताते हुए सिद्धू ने उन पर सपने बेचने और राज्य की उपेक्षा करने का आरोप लगाया. सिद्धू ने कहा, 'मैं अपने छोटे भाई भगवंत मान से पूछना चाहता हूं कि आपने पंजाब के लोगों को बेवकूफ क्यों बनाया.' सिद्धू ने केंद्र सरकार पर पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने की साजिश रचने का भी आरोप लगाते हुए कहा, 'वे पंजाब को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं. लोकतंत्र जंजीरों में है, आज लोकतंत्र जैसा कुछ नहीं है. संस्थानों को गुलाम और रबर की गुड़िया बना दिया गया है.'

पंजाब कांग्रेस में फिर दिखी गुटबाजी 

सिद्धू के विरोधी पटियाला जाने से बचते रहे हैं. पार्टी आलाकमान के कथित निर्देशों के बावजूद, पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शनिवार को सिद्धू के जेल से रिहा होने पर पटियाला नहीं गए थे.सिद्धू की अगवानी पार्टी के अमृतसर से सांसद गुरजीत सिंह औजला और पूर्व विधायक अश्विनी शेखरी के अलावा पार्टी के स्थानीय नेताओं ने की थी.

 पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा जैसे वरिष्ठ नेताओं ने यह कहते हुए पटियाला जेल जाने से मना कर किया कि उनकी पूर्व की व्यस्तता है. दिलचस्प बात यह है कि सिद्धू के जेल से रिहा होने पर अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने नवदीप सिंह सुल्तानविंड को ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष (अमृतसर पूर्व) के पद से हटा दिया जो सिद्धू के करीबी सहयोगियों में से एक हैं. सिद्धू की रिहाई के बाद एक बार फिर कांग्रेस की पंजाब इकाई के भीतर गुटबाजी तेज होने की संभावना है.

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