सैकड़ों करोड़ रुपए की सरकारी सहायता पाने वाले ऊंची ऊंची इमारतों के भीतर भ्रष्टाचार का ऐसा पाताललोक मिला है, जहां चंडीगढ़ में सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में इलाज कराने आने वाले गरीब जरूरतमंदों के साथ विश्वासघात किया गया है. चंडीगढ़ के इस सरकारी मेडिकल कॉलेज के जेनेटिक्स विभाग ने गर्भवती महिलाओं का न्यूरल ट्यूब यानी तंत्रिका नली की खराबी और शिशुओं की तीन जन्मजात बीमारियों का पता लगाने वाले करीब 45 हजार टेस्ट ऐसी किट से कर दिए, जो खराब थी, इस्तेमाल करने लायक नहीं थीं, जिनका इस्तेमाल करने में नतीजा गलत आना था. देखें मंजीत सहगल की रिपोर्ट.
The Department of Genetics of Chandigarh Government Medical College, conducted about 45 thousand tests on pregnant women to detect neural tube defects and three congenital diseases in infants with expired kits. Watch this Manjit Sehgal report.