Rajasthan Cold Wave: पहाड़ों पर बर्फबारी के कारण चली तेज शीतलहर के कारण राजस्थान (Rajasthan Coldest Day) में काफी सर्दी पड़ने लगी है. फतेहपुर में रात का पारा माइनस 5.2 डिग्री पहुंच (Fatehpur -5.2 Degree Temperature) गया. सर्दी ने यहां 20 साल का रिकॉर्ड तोड़ डाला. इससे पहले 30 दिसंबर 2014 को यहां पारा माइनस 4.6 डिग्री रहा था. तीन दिन से जमाव बिंदु के नीचे चल रहे पारे ने रेगिस्तान को भी जमा दिया. फतेहपुर में माइनस 5.2 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया. इससे पहले 30 दिसंबर 2014 को माइनस 4.6 डिग्री पारा दर्ज हुआ था. (इनपुट- राकेश गुर्जर)
फतेहपुर कृषि अनुसंधान केंद्र के असिस्टेंट प्रोफेसर केसी वर्मा ने बताया कि रविवार को तड़के हालात ये रहे कि पेड़-पौधे बर्फ से जम गए. टहनियों पर झूमर की तरह बर्फ लटकती नजर आई. कड़ाके की सर्दी में शीत लहर चुभन का अहसास करवाती रही. इसके अलावा, राजस्थान के चुरू का न्यूनतम तापमान -0.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, सीकर में -1.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा.
हालांकि, रविवार को दोपहर में धूप खिलने से सर्दी से मामूली राहत मिली. सर्दी से बचाव के लिए लोग धूप सेंकते नजर आए. हालांकि, दोपहर बाद सर्दी का असर फिर बढ़ गया. फतेहपुर कृषि अनुसंधान केंद्र पर रविवार को अधिकतम तापमान 21.0 व न्यूनतम तापमान माइनस 5.2 डिग्री दर्ज किया गया. शनिवार को अधिकतम तापमान 19.0 व न्यूनतम तापमान माइनस 3.8 डिग्री दर्ज किया गया था.
वहीं, सर्दी का असर बच्चों व बुजुर्गों की सेहत पर ज्यादा दिखाई दे रहा है. डॉक्टरों के अनुसार, बुजुर्गों को दमा व श्वास रोग की समस्या होने लगी है. छोटे बच्चों में निमोनिया की शिकायत देखने को मिल रही है. लगातार बढ़ रही ठंड से ब्रेन स्ट्रोक के मामले भी बढ़ते हैं.
तीन दिन तक जमाव बिंदु के नीचे तापमान रहने से सब्जी की फसल में खासा नुकसान हो रहा है. टमाटर, मिर्ची, बैंगन तथा बेलदार सब्जियों के साथ ही पपीता एवं अन्य कई फलदार पौधे नष्ट हो गए है. किसानों के अनुसार सब्जी में नुकसान से अब बाजार में आवक पर असर होगा.
सर्दी का असर इतना तेज रहा है कि लंबी दूरी की गाड़ियों में यात्रीभार भी 2 से 5 फीसदी कम हो गया है. सीकर रोडवेज डिपो के अधिकारियों के मुताबिक ज्यादा असर रात्रिकालीन पर सेवाओं पर हो रहा है. रात के समय कई गाड़ियों का यात्री भार महज 50 फीसदी रह गया है.
मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को भी शीतलहर का असर रहेगा. मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि सोमवार दोपहर बाद शीतलहर का दबाव कम होने की उम्मीद है. 21 दिसंबर तक शीतलहर से राहत मिलने की संभावना जताई जा रही है.
अधिक सर्दी वाले दिन को कोल्ड डे और सीवियर कोल्ड डे की दो कैटेगरी में बांटा गया है. मौसम विभाग के अनुसार जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से कम होता है और अधिकतम तापमान में सामान्य के मुकाबले 4.5 डिग्री की कमी आ जाती है, तो इसे कोल्ड-डे कहते हैं. वहीं, जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से कम रहता है, लेकिन अधिकतम तापमान में सामान्य के मुकाबले 6.4 डिग्री की कमी आ जाती है, तो इसे सीवियर कोल्ड डे कहते हैं.