राजस्थान के कोटा में रावतभाटा रोड की तरफ सुनसान इलाके में आरएसी के दो बर्खास्त जवानों ने प्री-मेडिकल की कोचिंग कर रही एक छात्रा के साथ उसी के दोस्त के सामने गैंगरेप किया. हैवानियत की हदें पार करने वाले दोनों जवान यहीं नहीं रुके उन्होंने पीडिता के दोस्त के साथ जमकर मारपीट भी की. पीडिता व उसके दोस्त ने शुक्रवार 8 मार्च की रात हुलिए के आधार पर स्थानीय दादाबाड़ी थाने में एफआईआर दर्ज कराई.
इस सनसनीखेज वारदात की खबर मिलते ही पूरा पुलिस महकमा हरकत में आ गया और रातों रात तलवंडी निवासी जयकुमार व शिवपुरा निवासी मोहन सिंह को नामजद कर लिया. मोहन (40) को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि जयकुमार की तलाश में पुलिस टीमें जुटी हुई हैं. आरोपियों का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड भी है. पीडिता व उसका दोस्त कोटा में कोचिंग कर रहे हैं और दोनों बाहर के रहने वाले हैं.
पीडिता और उसका दोस्त सात मार्च की रात बाइक पर रावतभाटा रोड पर घूम रहे थे. जब ये दोनों फोरलेन पुलिया तक गए और वहां से लौटने लगे, तभी रात 8 बजे बाइक पर सवार जयकुमार व मोहन ने इन्हें क्रॉस किया. ये दोनों कुछ आगे गए और फिर मुड़कर आए. उन्होंने बताया कि वे पुलिसवाले हैं और पीड़िता के दोस्त से गाड़ी के कागजात दिखाने को कहा. युवक ने कागजात होने से मना किया तो उन्होंने चौकी चलने के लिए कहा. इसके बाद एक ने दोनों को गाड़ी पर बैठा लिया और दूसरा इनके पीछे दूसरी बाइक पर आने लगा.
हैगिंग ब्रिज की तरफ कच्चे रास्ते पर ले जाने पर पीड़िता के दोस्त ने पूछा तो जयकुमार ने उसे डांटकर चुप करा दिया, लेकिन तब तक पीड़िता को दोस्त सारी स्थिति को भांप गया था. अंधेरे और निर्जन स्थान पर ले जाकर जयकुमार ने बाइक रोकी और अपने मोबाइल से मोहन को फोन करके लॉकेशन बताई.
उसने मोबाइल को ऊपर करते हुए कहा कि ‘वहीं टावर के पास आ जाओ, जहां आते थे.’ इसके बाद मोहन भी आ गया. दोनों ने युवक से कहा कि उन्हें युवती से अकेले में पूछताछ करनी है. विरोध करने पर दोनों ने युवक को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया. युवती ने उसे बचाने का प्रयास किया तो दोनों ने उसके साथ भी मारपीट की. इसके बाद दोनों ने युवती से बलात्कार किया.
पीड़िता व उसके साथी ने पुलिस को हुलिया बताया तो दादाबाड़ी के ही एक पुलिस अधिकारी का सीधा शक आरएसी से बर्खास्त जवान जयकुमार पर गया. जब रात को ही उसके घर दबिश दी गई तो अभियुक्त मकान से कूदकर भाग गया. इस पर शक पुख्ता हो गया और उसके मोबाइल की कॉल डिटेल के बाद मोहन की भूमिका स्पष्ट हो गई और इसके बाद मोहन को गिरफ्तार कर लिया गया.
दुष्कर्म के प्रयास दौरान पीड़िता का दोस्त गिड़गिड़ाता रहा और उसने जयकुमार व मोहन के पांव पकड़ लिए, लेकिन उन्होंने उसे ठोकर मार दी. उसके सिर में भी चोट आई है. उसने दोनों को अपनी जेब में रखे तीन हजार रूपये दे दिए और कहा कि यदि पैसे चाहिए तो वह और ला देगा.
पीडिता के दोस्त के पूछने पर कि वे कौन से थाने के हैं तो अभियुक्तों ने एक बार फिर उसे बेरहमी से पीटा और कहा ‘हम पुलिस वाले हैं, हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा. तुम कहीं शिकायत करने गए तो इसका (पीड़िता) हाल भी ‘दामिनी’ जैसा कर देंगे.’ इससे दोनों घबरा गए और किसी से घटना का जिक्र नहीं किया.
यह छात्र बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमीन पठान के सम्पर्क में आया तो उन्होंने पीड़िता और दोनों को समझाया और एफआईआर के लिए प्रेरित किया. पठान ने कहा कि पीडिता किसी भी सूरत में एफआईआर नहीं कराना चाहती थी, लेकिन जब उसे समझाया तो वह मुश्किल से राजी हुई. वे खुद उसे रात को थाने लेकर गए और एफआईआर दर्ज करवाई.