राजस्थान में एक बार फिर कालाधन को सफेद करने आए लोग पकड़े गए. पुलिस ने रविवार को अजमेर और अलवर में 22 लाख की काली कमाई पकड़ी है. अजमेर में जहां जीआरपी पुलिस ने मुंबई से ट्रेन से आए 500 और 1000 के पुराने नोट से भरे 12 लाख रुपये के बैग बरामद किए वहीं अलवर के भिवाड़ी में पुलिस ने नाकेबंदी के दौरान 10 लाख रुपये के 500 और 1000 के नोट गाड़ी से बरामद किए.
आरोपी अजमेर के ही गुलाबबाडी निवासी गगनदीप है. वह मुंबई से रुपये लेकर आया था. शुरुआती पूछताछ में उसने बताया कि एक ईंट-भटटे के मजदूरों को वेतन के रूप में इन रुपयों का दिया जाना था. लेकिन आरोपी रुपयों के लेन देन को लेकर कोई हिसाब किताब के दस्तावेज नहीं दिखा सका. इस पर जीआरपी ने रुपयों को जब्त करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. साथ जीआरपी इस बारे में आयकर विभाग को भी सूचना देगा.
अजमेर रेलवे स्टेशन के जीआरपी में तैनात सीआई संपत राम ने बताया कि दादर अजमेर ट्रेन के यात्री गगनदीप के पास से 12 लाख रुपये बरामद किए हैं. गगनदीप ने बताया कि यह राशि मुंबई से अजमेर लाई जा रही थी. आरोपी के पास रुपयों के लेन देन को लेकर कोई हिसाब किताब के दस्तावेज नहीं थे. इसलिए जीआरपी ने रुपयों को जब्त करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
उधर अलवर जिले के भिवाडी थाना पुलिस ने आकेड़ा नाके पर रविवार सुबह एक गाड़ी से 10 लाख रुपये के 500 और 1000 के पुराने जब्त किए हैं. गाड़ी में सवार दोनों युवकों से पुलिस द्वारा पूछताछ की गई तो उन्होंने उत्तर प्रदेश से रुपये लेकर आने की बात स्वीकार की है. पुलिस की पूछताछ में आरोपियों द्वारा नकदी के बारे में ठोस सबूत नहीं दिए. इसके बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 102 में नोटों का जब्त कर लिया है. इसके बाद आयकर विभाग को इसके बारे में सूचना दे दी गई है. पुलिस उपाधिक्षक भिवाडी सिद्धांत शर्मा ने बताया कि रात में नाकाबंदी की जा रही थी. सुबह तीन चार बजे के करीब उत्तर प्रदेश नम्बर की गाड़ी को चेक किया गया तो उसमें बैग में दस लाख रुपये बरामद किए गए. संतुष्टपूर्ण जवाब नहीं देने पर 10 लाख रुपये को बरामद कर आयकर विभाग को सूचना दे दी गई है.
गौरतलब है कि अकेले राजस्थान में आठ नवंबर को 500 और 1000 के नोट बंद होने के बाद से चार करोड़ से ज्यादा रुपए ट्रेनों और गाड़ियों में पकड़े जा चुके हैं.