राजस्थान की राज्यपाल मार्गेट आल्वा ने कहा है कि महिला सशक्तिकरण के लिये महिला शिक्षा को बढावा देकर बेटा-बेटी में भेद-भाव की प्रवृति का त्याग करना होगा.
आल्वा ने मंगलवार को यहां बिन्नाणी महाविद्यालय के रजत जयंती वर्ष के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रही थी. उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे शिक्षित होकर देश में ही विशेषकर गांवों में अपनी सेवायें दे क्योंकि देश सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है. मजबूत राष्ट्र के निर्माण में युवाओं की महती भूमिका है. युवा ही सकारात्मक बदलाव लाकर राष्ट्र की दिशा और दशा बदल सकता है.
उन्होंने कहा कि परिवार और समाज में बदलाव आ रहा है. उन्होंने महिला शिक्षा प्रोत्साहन पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षित लडकी महत्वाकांक्षी होती है और उसे स्वयं के जीवन के बारे में निर्णय लेने के अवसर मिलने चाहए. लडकी शिक्षित होने पर ही स्वावलंबी बन सकेगी.