राजस्थान में सवाई माधोपुर के सरकारी अस्पताल में प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं की वीडियो क्लिप बनाए जाने का मामला सामने आया है. वीडियो सामने आने के बाद मचे हंगामे के बाद अस्पताल के तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और डॉक्टर को चार्जशीट थमा दी गई है.
इस सरकारी अस्पताल पर लोगों का गुस्सा फूटा पड़ा. आरोप है कि अस्पताल में आसपास से आने वाली महिलाओं की इज्जत के साथ खिलवाड़ किया जाता है. इसका खुलासा तब हुआ, जब 6 मई को प्रसव के लिए आई एक महिला का प्रसव का वीडियो आसपास के इलाकों में लोगों के मोबाइल पर पहुंच गया. लोग जब डॉक्टर के पास शिकायत लेकर पहुंचे, तो डॉक्टर ने जान से मारने की धमकी दी.
कुंडेरा निवासी बाबूलाल ने कहा, 'जब क्लिप की जानकारी मिली, तो हमने इसकी शिकायत की. हमने कहा कि इसे डिलीट करो, तो उसने मना कर दिया. जब हम डॉक्टर के पास गए, तो उसने कहा कि चुप हो जा, नहीं तो जान से मार डालेंगे.'
लोगों का गुस्सा बढ़ता देखकर प्रशासन ने दो कंपाउंडर और एक कर्मचारी को निलंबित करते हुए मुकदमा दर्ज कराया. पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार किया, लेकिन एक खनन माफिया, जिस पर क्लिप्स बेचने का आरोप है, वह भाग गया.
सरकार ने महिलाओं की सेफ डिलेवरी के लिए इस तरह के स्वास्थ्य केन्द्र खोले थे, यहां की व्यवस्था बेहद खराब है. यहां महिला डॉक्टर तो छोड़िए, महिला कर्मचारी तक नहीं है. डॉक्टर प्रसव नहीं कराता है, बल्कि कम्पाउंडर कराते हैं.