इसे आम आदमी पार्टी के तेजी से हो रहे फैलाव का खौफ कहें या फिर अरविंद केजरीवाल की नकल, लेकिन राजस्थान में इन दिनों मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सादगी की मुहिम में जुटी हैं.
खुद के सुरक्षा काफिले में कमी करने और रेड लाइट पर रुकने जैसे कदमों को लेकर जनता के बीच सुर्खियों में आईं वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री निवास में भी नहीं जा रही हैं.
सीएम वसुंधरा राजे का काफिला आठ गाड़ियों से घटकर तीन रह गया है और 18 सुरक्षाकर्मी की जगह 6 लोग सुरक्षा में तैनात हैं. बस, अंतर इतना ही है कि वसुंधरा को मुख्यमंत्री वाली एम्बेसडर कार रास नहीं आ रही है, लिहाजा वे फॉर्चुनर में चल रही हैं.
इसके अलावा अपने हेलीकॉप्टर से शहर में उतरने वाली वसुंधरा इस बार इस कदर बदली-बदली दिख रही हैं कि रेड लाइट पर भी रुक रही हैं. देश में पहला लग्जरी अगस्टा हेलीकॉप्टर खरीदने वाली वसुंधरा राजे अब रेगुलर फ्लाइट से उड़ा करेंगी. यहां तक कि जिस मुख्यमंत्री निवास को करोड़ों रुपये खर्चकर वसुंधरा ने भव्य बनाया था, उसमें भी रहने से इनकार कर दिया है. मंत्री वसुंधरा को 'सादगी की मूर्ति' बता रहे हैं.
राजपथ पर 'शाही शपथ' लेने वाली वसुंधरा के स्वभाव में आए इस अचानक बदलाव की वजह आठ सितंबर से लेकर अब तक राज्य में AAP के 10 लाख सदस्य बनने से जोड़कर भी देखा जा रहा है.