गरीब नवाज के 806वें सालाना उर्स के मुबारक मौके पर शुक्रवार को जुमे की बड़ी नमाज अदा की गई, जिसमें भारी संख्या में देश के अलग-अलग हिस्सों से आए अकीदतमनदों ने नमाज अदा की.
बड़े पीर से तोप की आवाज दागने के बाद गरीब नवाज के सजदे में एक साथ झुके लाखों सर, मौका था गरीब नवाज के सालाना उर्स के जुमे का. देश के अलग अलग हिस्सों से आए जायरीनों ने जुमे की नमाज अदा की.
उर्स में आने वाले हर जायरीन की दिली ख्वाहिश होती है कि वह दरगाह परिसर में नमाज अदा करे. ऐसे में शुक्रवार सुबह से ही जायरीने ख्वाजा ने जुमे की नमाज के लिए दरगाह शरीफ में बैठना शुरू कर दिया. यह क्रम शाहजानी मस्जिद से शुरू होकर अंदरूनी दरगाह शरीफ में होते हुए दरगाह शरीफ के बाहर तक पहुंच गया. नमााजियों की कतारें दरगाह बाजार तक लग गईं. दरगाह बाजार से नला बाजार, कमानीगेट, धानमंडी, देहली गेट से फव्वारे चौराहे तक नमाजी सफों में बैठे नजर आए. पूरे मेला क्षेत्र में नमाजियों का एक हुजूम सा नजर आ रहा था.
दोपहर 1 बजे बड़े पीर साहब की पहाड़ी से पहली तोप दागने के साथ ही सफों में बैठे नमाजियों ने सुन्नतें पढ़ना शुरू कीं. डेढ़ बजे दूसरी तोप की आवाज के साथ शहर काजी हाजी तौसिफ अमहद सिद्दीकी ने कुतबा पढ़ा. पौने दो बजे तीसरी तोप की आवाज के साथ ही शहर काजी सिद्दीकी ने जुम्मे की नमाज की 2 रकअत नमाज अदा कराई. बाद में नमाज शहर काजी ने मुल्क में अमनों अमान व आपसी भाईचारे के लिए दुआ मांगी.
दरगाह शरीफ के अलावा जायरीनों के लिए स्थापित ट्रान्सपोर्टनगर व कायड़ विश्राम स्थली पर भी भारी तादाद में जायरीनों ने जुम्मे की नमाज अदा की. इसके अतिरिक्त ऐतिहासिक अढ़ाई दिन के झौपड़े की जामा-ए-अल्लमश की मस्जिद व महावीर सर्किल स्थित सुभाष उद्यान में भी नमाज अदा की गई. नमाजियों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो. इसके लिए जिला प्रशासन ने माकूल व्यवस्थाएं की थीं.