राजस्थान के स्कूलों में अब बच्चों को अकबर की जगह महाराणा प्रताप के बारे में पढ़ाया जाएगा. विज्ञान में बच्चे न्यूटन की जगह आर्यभट्ट को पढ़ेंगे. राजस्थान सरकार इसके लिए एक से लेकर आठवीं तक के पाठ्यक्रम में बदलाव के लिए कमिटी बनाने जा रही है. हालांकि यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि कमिटी सरकार के फैसले के अनुसार ही पाठ्यक्रम तय करेगी.
राजस्थान के शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कमिटी बनाने का आदेश जारी किया है. राज्य पाठ्य पुस्तक मंडल को आदेश दिए गए हैं कि मुगलों, अंग्रेजों और दूसरे विदेशियों की महानता की जगह अपने ही देश के महान लोगों का पाठ बच्चों को पढ़ाया जाए.
विपक्षी दल कांग्रेस इसे शिक्षा का भगवाकरण करने की कोशिश करार दे रही है. कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने इसे जबरन भगवा विचारधारा थोपने की बात कही है. कुछ शिक्षक समुदायों ने भी शिक्षा में राजनीति न करने की तीखी प्रतिक्रिया दी है.
आपको बता दें कि इससे पहले सूर्य-नमस्कार को लेकर बवाल हो चुका है. ऐसे में पाठ्यक्रम में बदलाव के लिए कमिटी बनाने के फैसले पर अब शिक्षा के भगवाकरण पर सवाल उठने लाजिमी हैं.