देशभर के लोगों को झकझोर देने वाले Alwar Rape Case में नया खुलासा हुआ है. दुष्कर्म का शिकार हुई मानसिक रूप से कमजोर नाबालिग बच्ची को ऑटो से छोड़ने वाले ड्राइवर से आज तक ने बात की है. आज तक की टीम जब ऑटो ड्राइवर राजू यादव के पास पहुंची तो पहले वह घबरा गया. लेकिन बाद में उसने सारी बात बताई.
आज तक से बात करते हुए राजू ने बताया कि उस समय रात के 1 बजकर 5 मिनट का समय हो रहा था. पीड़िता उसे सड़क किनारे खड़ी दिखी. उसने रुकने का इशारा किया तो राजू ने ऑटो रोक दिया. ऑटो में कुल 13 यात्री थे. थोड़ी दूर जाकर वह ऑटो से उतर गई. मैं पिछले 3 साल से ऑटो चला रहा हूं. मैंने इससे पहले उस लड़की को कभी नहीं देखा.
आज तक से बातचीत के दौरान उसने स्वीकार किया कि वह पुलिस की पूछताछ के दौरान घबरा गया था. इसलिए पहली बार दिए बयान में उसने झूठ बोला कि उस रात उसने पीड़ित नाबालिग बच्ची को पिक नहीं किया था. राजू ने कहा कि जब दूसरी बार पुलिस ने मुझे समन जारी किया तो मैंने उन्हें सब सच बता दिया कि मैंने उसे 20 किलोमीटर दूर छोड़ा था.
28 साल का राजू अलवर जिले के एक गांव में रहता है. यहां से पीड़िता का घर महज 3 किलोमीटर दूर है. पुलिस राजू को दो बार समन जारी कर चुकी है. वह शादीशुदा है और उसके 2 बच्चे भी हैं.
तीन दिन बाद भी गिरफ्तारी नहीं
12 जनवरी को अलवर में नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म की हैरान कर देने वाली घटना हुई थी. आरोपियों ने मानसिक रूप से कमजोर बच्ची उठाया और उसके साथ रेप की घटना को अंजाम दिया. बच्ची को आरोपी बेहोशी की हालत में पुलिया पर फेककर फरार हो गए. स्थानीय लोगों की मदद से पीड़ित बच्ची को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया.
बताया जा रहा है कि बच्ची के प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था उसकी हालत गंभीर थी. पीड़िता अस्पताल में जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रही है. पुलिस इस मामले की जांच में जुटी और जल्द ही आरोपियों को पकड़ने का दावा कर रही है, लेकिन घटना के 3 दिन बाद भी किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है.