बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने जयपुर की एक कच्ची बस्ती सुशीलपुरा में एक दलित के घर खाना खाया. यह घर बीजेपी के बूथ कार्यकर्ता रमेश पचारिया का है. अपने तीन दिनों के प्रवास के अंतिम दिन दोपहर के भोजन के लिए अमित शाह राजस्थान के मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ रमेश के घर वार्ड नंबर 29 में गए थे. अमित शाह के इंतजार में पूरी कच्ची बस्ती खड़ी थी और रमेश के घर मंगल गीत गाए जा रहे थे.
अमित शाह ने बीजेपी कार्यकर्ता के घर रोटी, दाल, चावल और सब्जी खाई. भोजन में भिंडी और राजस्थानी गट्टे की सब्जी थी. सलाद के रूप में प्याज और नींबू था. अमित शाह ने दरी पर बैठकर पत्तल और दोने में भोजन किया. पानी पीने के लिए मिट्टी के कुल्हड़ का इंतजाम किया गया था. कार्यकर्ता रमेश का कहना है कि हमारे लिए ये गर्व की बात है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष हमारे घर आए हैं. जो खाना हम रोज खाते हैं वही खाना हमारी मां बिरधी ने अमित शाह के लिए भी बनाया है. मिठाई के लिए हलवा और खीर बनायी थी. घरवालों ने अपने हाथों से उनके लिए खाना परोसा.
राज्य के समाज कल्याण मंत्री अरुण चतुर्वेदी पूरी तैयारी कर रहे थे. उनका कहना था की हमने रमेश के घर का चयन जाति देख कर नहीं किया है जाति ढूंढने का काम मीडिया का है. हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने तो बूथ स्तर के साधारण कार्यकर्ता के घर भोजन के लिए कहा था और इसी वजह से हमने अपने समर्पित कार्यकर्ता के घर को चुना है. निश्चित रूप से बीजेपी समाज के वंचित और शोषित के साथ हमेशा से खड़ी रही है.
कार्यकर्ता रमेश के घर की महिलाओं ने टीका लगाकर राजस्थानी परंपरा के अनुसार अमित शाह का स्वागत किया. महिलाओं ने बीजेपी अध्यक्ष को गुलाब के फूल भी भेंट किए. अमित शाह जब खाना खाकर निकले तो कच्ची बस्ती में पैदल ही लोगों से मिलने निकल गए.
कच्ची बस्ती की तंग गलियों में गाड़ियों का काफिला न आए इसलिए एक ही गाड़ी में अमित शाह, वसुंधरा राजे और दूसरे नेता आए थे. अमित शाह आज तीन दिवसीय राजस्थान दौरा खत्म कर दिल्ली लौट जाएंगे.