राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के एनकाउंटर के बाद पूरे राजस्थान में माहौल गर्मा गया है. राजपूत समाज के लोगों ने एनकाउंटर को फर्जी बताया था. वहीं गुस्साई भीड़ ने नागौर में इसका विरोध करते हुए पुलिस पर हमला कर दिया. अब गुरुवार को बिगड़ते माहौल को देखते हुए सरकार ने उस रूट से जाने वाली सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया है.
लोगों के विरोध के चलते हिसार होते हुए जाने वाली दिल्ली-जोधपुर की ट्रेन को रद्द कर दिया है, वहीं नागौर जाने वाली सभी बसों को भी रोक दिया गया है. वहीं विरोध कर रहे लोगों को गिरफ्तार करने के लिए 300 पुलिस वालों को लगाया गया है. राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इस मुद्दे पर सुबह तीन बजे तक बैठक की, बैठक में राज्य के वरिष्ठ मंत्री और अधिकारी मौजूद रहे.
आपको बता दें कि नागौर में आनंदपाल एनकाउंटर की सीबीआई जांच की मांग लेकर करीब 50 हजार राजपूत जमा हैं. बुधवार शाम अचानक भीड़ का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने पुलिस पर हमला कर दिया. इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है.
उपद्रव शुरू होते ही कुछ लोगों ने पुलिस के वाहनों में आग लगा दी. इस दौरान पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए फायरिंग की, जिसमें राजपूत समाज के तीन लोग जख्मी हो गए. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस बल ने पूरे इलाके को चारों तरफ से घेर लिया. हिंसा भड़कने की ख़बर के फौरन बाद सरकार ने नागौर में इंटरनेट और बिजली की सप्लाई बंद कर दी है. बताते चलें कि आनंदपाल की मौत के बाद से ही उसके गांव सांवराद में हजारों की संख्या में राजपूत समाज के लोग जुटे हैं. उन्होंने रेल की पटरी पर भी कब्जा किया हुआ है.