पिछले कुछ महीनों से देश में धर्मांतरण का मुद्दा काफी गर्माया हुआ है. इस बीच राजस्थान के कोटा से धर्मांतरण से जुड़ी अनोखी खबर आई है. कई दिनों से अपना भत्ता बढ़ाने के लिए आंदोलन कर रहे वाल्मीकि समाज के सफाईकर्मी नाटकीय घटनाक्रम के तहत शहर काजी के पास पहुंच गए और कहा कि हिंदू धर्म में हमारा शोषण हो रहा है, हमारा धर्मांतरण कर दीजिए.
गौरतलब है कि कोटा में वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मचारी भत्ता बढ़ाने को लेकर पिछले कुछ दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. सोमवार को इस मामले में नाटकीय मोड़ तब आ गया जब वाल्मीकि समाज के कुछ लोगों ने शहर के काजी अनवर अहमद के पास जाकर अपना धर्म परिवर्तन करवाने की पेशकश कर दी. हालांकि शहर काजी ने उन्हें सलाह दी कि जल्दबाजी में कोई कदम उठाने के बजाए वे ठंडे दिमाग से विचार करें.
वाल्मीकि समाज एकता मंच और वाल्मीकि समाज संघर्ष समिति का गठन करने पूर्व विधायक मदन महाराजा, पूर्व पार्षद शंकर नरवाला सहित करीब 100 युवक सोमवार को दोपहर शहर काजी से मिलने पहुंचे. 25 मिनट चली वार्ता के बाद वे सब बाहर आ गए. पूर्व विधायक महाराजा ने शहर काजी से कहा, 'निगम द्वारा हमें नियुक्तियां नहीं दी जा रही हैं. हिंदू समाज में हमारा शोषण हो रहा है. हम सफाई का काम छोड़ भी दें तो दूसरा व्यापार नहीं कर सकते. इस्लाम धर्म में ऐसा नहीं है, वहां जात-पात नहीं है. हम धर्म परिवर्तन कर लेंगे, मुसलमान बन जाएंगे तो हमें सम्मान तो मिलेगा.'
शहर काजी अनवर अहमद ने कहा, 'जो नौकरी तय की है वो तो मिलनी ही चाहिए. लेकिन, धर्म परिवर्तन बाजार से चीज खरीदने जैसा सरल नहीं है. एक दुकान पर पसंद नहीं आई तो दूसरी पर चले गए. इसके लिए कानूनी रूप से कलेक्टर की इजाजत लेनी होती है. नाम बदलने से मुसलमान नहीं हो जाता दो चीजों से मिलकर धर्म बनता है, एक विश्वास और दूसरा मन. इसलिए ठंडे दिमाग से सोचो.'