भारत के थल सेना अध्यक्ष बिपिन रावत ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान की गिदड़ धमकियों से हम डरने वाले नहीं हैं. भारत कभी धमकियों से नहीं डरा है. पाकिस्तान को उसकी भाषा में जवाब दिया जा रहा है लेकिन भारत पाकिस्तान की तरह बर्बरता पूर्ण कार्रवाई नहीं कर सकता है.
रावत शनिवार को जयपुर में आयोजित हाइफा डे के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे. इस दौरान रावत ने 61 कैवेलरी परेड की सलामी ली. रावत ने कहा कि उनको 61 कैवेलरी पर गर्व है और हाईफा में जिस तरह से बिना हथियार जंग जीती वो इतिहास के स्वर्णिम पन्नों में शुमार है.
इस दौरान रावत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान अब अलग-थलग पड़ गया है, ये बड़ी बात है. हालांकि, रावत ने इशारा दे दिया है कि अभी कार्रवाई और बाकी है. उन्होंने कहा कि समय आ गया है कि हम पाकिस्तान को अपनी रणनीति बदलकर उसे जवाब दें.
इजरायल के हाइफा शहर की आजादी के 100 वीं वर्षगांठ के मौके पर भारतीय सेनाध्यक्ष बिपिन रावत जयपुर पहुंचे और साउथ वेस्टन कमांड की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान सेनाध्यक्ष बिपिन रावत ने 61 कैवेलरी की हॉर्स माउंटेड परेड की हौसला अफजाई की. सेनाध्यक्ष ने हाइफा की आजादी में भारतीय वीरों के योगदान को याद करते हुए युद्ध के इतिहास को बताया. रावत ने कहा कि सरकार ने सेना को पूरी तरह से छूट दे रखी है, साथ ही सरकार का पूरा सहयोग भी मिल रहा है.
रावत ने इस दौरान सर्जिकल स्ट्राइक की वर्षगांठ मनाने के पीछे तर्क देते हुए कहा कि इससे पहले भी सर्जिकल स्ट्राइक हुई है, लेकिन इस तरह की नहीं हुई. ये सर्जिकल स्ट्राइक अपने आप में अलग ही थी. साथ ही कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक बड़ा टास्क होता है, जिसमें बड़े दिल वाले जवान आगे आते हैं.