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सामने आई आसाराम की सबसे बड़े राजदार शिल्‍पी, जोधपुर कोर्ट में किया सरेंडर

आसाराम की मुश्किलें अब और बढ़ सकती हैं क्योंकि उनकी सबसे बड़ी राजदार मानी जाने वाली शिल्पी भी अब पुलिस की गिरफ्त में है. अग्रिम जमानत खारिज होने के बाद शिल्पी ने जोधपुर हाईकोर्ट में सरेंडर किया जहां से उसे 24 घंटे की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है.

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आसाराम की मुश्किलें अब और बढ़ सकती हैं क्योंकि उनकी सबसे बड़ी राजदार मानी जाने वाली शिल्पी भी अब पुलिस की गिरफ्त में है. अग्रिम जमानत खारिज होने के बाद शिल्पी ने जोधपुर हाईकोर्ट में सरेंडर किया जहां से उसे 24 घंटे की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है.

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महीने भर से जिसकी तलाश थी वो खुद हाजिर हो गयी. आसाराम की करीबी और यौनशोषण मामले की सबसे अहम कड़ी शिल्पी अब पुलिस की गिरफ्त में है. हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत खारिज होने के दस मिनट के भीतर ही शिल्पी ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया.

शिल्पी पर शिकंजा आसाराम की बेचैनी बढ़ा सकता है. जांच एजेंसियों की माने तो शिल्पी ने ही नाबालिग लड़की को आसाराम के पास भेजा था. शिल्पी ने ही लड़की को ये एहसास दिलाने की कोशिश की थी कि उसपर भूत प्रेत का साया है जिसे सिर्फ आसाराम ही ठीक कर सकते हैं.

पुलिस की मानें तो शिल्पी ने ही लड़की के मां बाप को भी इस बात पर राजी कर लिया था कि वो लड़की को आसाराम के पास इलाज के लिए ले जाएं. मोबाइल कॉल डिटेल से भी ये साफ हो चुका है कि 6 अगस्त से 16 अगस्त के बीच शिल्पी आसाराम और उनके निजि सेवादार के लगातार संपर्क में रही थी.

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बताया ये भी जा रहा है कि जून 2012 में जब पहली बार पीड़ित हरिद्वार में आसाराम से मिली थी तब शिल्पी हरिद्वार आश्रम में ही थी, उसके बाद पीड़ित को फांसने के लिए ही उसे छिंदवाड़ा आश्रम का वार्डन बनाया गया था.

शिल्पी से पूछताछ में पुलिस अब ये जानने की कोशिश करेगी कि आखिर उसने पीड़ित को क्यों भूत प्रेत के साये के असर की बात कही थी? क्या पीड़ित को आसाराम के पास यौनशोषण के लिए भेजा गया था? क्या शिल्पी ने दूसरी लड़कियों को भी आसाराम के पास भेजा है? इस पूछताछ में पुलिस शिल्पी और आसाराम के रिश्ते भी जानने की कोशिश करेगी?

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