राजस्थान के मौजूदा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के बीच राजनीतिक द्वंद का अक्सर कारण बनती रही बाड़मेर रिफाइनरी परियोजना की मॉनिटरिंग को लेकर अशोक गहलोत ने बड़ा निर्णय लिया है. जानकारी के मुताबिक अब इस परियोजना की मॉनिटरिंग मुख्यमंत्री कार्यालय से करने का निर्णय लिया गया है.
इस निर्णय को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, "बाड़मेर में निर्माणाधीन पेट्रोलियम रिफाइनरी पूरे राजस्थान और विशेषकर पश्चिमी क्षेत्र के लोगों का एक बड़ा सपना है, जिसके साकार होने से राज्य का आर्थिक विकास नई बुलंदियों को छुएगा. राज्य सरकार इस परियोजना को समय पर पूरा करवाने के लिए प्रतिबद्ध है. अधिकारियों को प्रोजेक्ट के निर्माण कार्यों में तेजी लाने के लिए परियोजना की सहभागी कंपनी हिन्दुस्तान पेट्रोलियम (एचपीसीएल) के साथ सभी स्तर पर पूरा सहयोग करने के निर्देश दिए."
इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने साफ किया कि वह चाहते हैं कि बाड़मेर रिफाइनरी परियोजना का काम तय समय सीमा में पूरा हो. उन्होंने कहा, "राज्य सरकार राजस्थान रिफाइनरी को पूरी प्राथमिकता और प्रतिबद्धता के आधार पर पूरा करना चाहती है. सरकार के पिछले कार्यकाल में जयपुर मेट्रो प्रोजेक्ट को समयबद्ध रूप से पूरा किया गया था. रिफाइनरी की तय समय पर स्थापना के लक्ष्य को भी उसी की तर्ज पर हासिल किया जाएगा."
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उन्होंने आगे कहा, "परियोजना की नियमित मॉनिटरिंग मुख्यमंत्री कार्यालय के स्तर पर की जाएगी. इससे रिफाइनरी के विषय में सरकार के विभिन्न विभागों के बीच बेहतर तालमेल के साथ ही अन्तर्विभागीय मुद्दों का त्वरित समाधान हो सकेगा. मुख्यमंत्री कार्यालय से हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के अधिकारियों के साथ भी समन्वय किया जाएगा और सरकार तथा कंपनी की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए जाएंगे."
गहलोत ने परियोजना को लेकर आगे कहा, "यह प्रसन्नता की बात है कि अभी तक परियोजना के निर्माण कार्य अपेक्षा से अधिक तेज गति से हुए हैं. कोविड-19 महामारी के कारण दुनियाभर में अलग-अलग समय पर लॉकडाउन जैसी स्थितियों के कारण इस काम में बाधाएं आईं. फिर भी रिफाइनरी का काम लक्ष्य के अनुरूप ही आगे बढ़ रहा है. विभिन्न विभागों के अधिकारियों को रिफाइनरी के काम में उनकी भूमिका के विषय में पूरा सहयोग देने के निर्देश दिए, ताकि परियोजना के निर्माण कार्यों की गति बनी रहे."
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा, "हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के अधिकारियों से परियोजना क्षेत्र के गांवों में अपेक्षित विकास कार्यों में भी गति लाने को कहा ताकि स्थानीय लोगों का परियोजना के साथ लगाव बढ़े और स्थानीय समुदाय इस प्रोजेक्ट के सहभागी बने." उन्होंने कहा कि पश्चिमी राजस्थान के निवासियों के लिए बाड़मेर रिफाइनरी एक बड़ा सपना है, जिसके लिए उन्होंने बहुत लंबा इंतजार और संघर्ष किया है.