राजस्थान के बाड़मेर में हुए पंडाल हादसे में अब तक 14 लोगों की मौत हुई है, जबकि 50 से ज्यादा जख्मी हैं. सभी घायलों का बाड़मेर के ही अस्पताल में इलाज चल रहा है. गंभीर रूप से घायलों का जोधपुर के अस्पताल में इलाज चल रहा है. स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी सोमवार को पीड़ितों से मिलने बाड़मेर के अस्पताल पहुंचे.
Barmer: Union Minister and Barmer MP, Kailash Chaudhary visits the hospital where those injured in yesterday's pandal collapse are currently receiving treatment. #Rajasthan pic.twitter.com/v89gESzzJN
— ANI (@ANI) June 24, 2019
केंद्रीय मंत्री और बाड़मेर के सांसद कैलाश चौधरी ने कहा, 'घटना काफी दर्दनाक है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. मैं प्रशासन के लगातार संपर्क में हूं. गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री से मेरी बात हुई है. मुख्यमंत्री ने मुआवजे का ऐलान किया है जो पीड़ितों के परिजनों तक पहुंच गया है.'
रविवार को जसोल में रामकथा चल रही था. कथा वाचक मुरलीधर हारमोनियम बजाते हुए कथा सुना रहे थे. तभी तेज हवा के शोर और उठते पंडाल की ओर उनकी नजर गई और फिर देखते ही देखते पूरा का पूरा पंडाल नीचे आ गिरा. चीख पुकार मच गई. उस वक्त पंडाल खचाखच भरा हुआ था. करीब 1000 लोग रामकथा सुन रहे थे. पंडाल गिरने के कई लोग दब गए. बिजली के तार टूटने से पंडाल में करंट भी फैल गया. करंट के झटके से टेंट में अटके लोग बुरी तरह से फंस गए. इस भयानक हादसे में कई लोगों की सांसें थम गईं, जबकि 50 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए. आनन-फानन में बिजली कटवाई गई और फिर पंडाल में दबे लोगों को निकाला गया. जख्मी लोगों को फौरन अस्पताल पहुंचाया गया. आसपास से डॉक्टरों की टीमें बुलाई गईं. गंभीर लोगों को जोधपुर रेफर किया गया.
एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें कथावाचक मुरलीधर को लोगों से यह कहते सुना जा रहा है कि पंडाल को खाली कर दें, क्योंकि यह गिर रहा है. घायलों की संख्या कहीं अधिक हो सकती है, क्योंकि कई लोग निजी अस्पतालों में भर्ती हैं लेकिन इनकी सटीक संख्या अभी बता पाना मुश्किल है.
केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने रांची का दौरा रद्द कर दिया है और वह हालात का जायजा लेने बाड़मेर पहुंच गए हैं. राज्य सरकार ने बचाव कार्य के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की एक पांच सदस्यीय टीम बनाई है. हादसे में मरने वालों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए और घायलों को दो-दो लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा राज्य सरकार ने की है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर के संभागीय आयुक्त बी.एल.कोठारी को हादसे की जांच के आदेश दिए हैं. मुख्यमंत्री गहलोत ने इस हादसे पर राहुल गांधी का एक एक ट्वीट रीट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि "बाड़मेर के जसोल में रामकथा के दौरान कई लोगों की जान चली जाना दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है. मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत लोगों की आत्मा को शांति दें और शोकसंतप्त परिवारों को दुख सहने की शक्ति दें. मैं घायल लोगों के जल्दी ठीक होने की भी कामना करता हूं."
जसोल,बाड़मेर में राम कथा के दौरान टेंट गिरने से हुए हादसे में बड़ी संख्या में लोगों की जान जाने की जानकारी अत्यंत दुखद, दुर्भाग्यपूर्ण है।ईश्वर से दिवंगतों की आत्मा को शांति प्रदान करने,शोकाकुल परिजनों को सम्बल देने की प्रार्थना है।घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूँ।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 23, 2019
अशोक गहलोत ने लिखा, "स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुट गया है. संबंधित अधिकारियों को हादसे की जांच करने को कहा गया है. उन्हें घायलों का उपचार जल्द कराने और पीड़ित परिवारों को सभी तरह की मदद करने के लिए भी कहा गया है."
Collapse of a ‘Pandaal’ in Rajasthan’s Barmer is unfortunate. My thoughts are with the bereaved families and I wish the injured a quick recovery: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) June 23, 2019
प्रधानमंत्री कार्यालय ने हादसे पर शोक जताया है. पीएमओ ने ट्वीट कर कहा, "राजस्थान के बाड़मेर में पंडाल का गिरना दुर्भाग्यपूर्ण है. मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं. मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं." पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी ट्वीट कर हादसे पर शोक जताया है.