राजस्थान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उपाध्यक्ष ज्ञानदेव आहूजा ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष के जनेऊ धारी होने के दावे पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को उस पुजारी का नाम बताना चाहिए जिन्होंने इसके लिए कार्यक्रम का आयोजन किया.
ज्ञान देव आहूजा ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तुलना मुगल बादशाह औरंगजेब से करते हुए कहा कि कांग्रेस का साम्राज्य समाप्त हो रहा है. वे मीडियाकर्मियों से बात कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष औरंगजेब की तरह ही कांग्रेस की सल्तनत के आखिरी बादशाह हैं. जैसे औरंगजेब मुगल सल्तनत के आखिरी बादशाह थे. साथ ही आहूजा ने कहा कि कांग्रेस का अंत निश्चित है.
हालांकि, आपको बता दें कि हकीकत बीजेपी नेता के बयान से उलट है. दरअसल, 1707 में औरंगजेब की मृत्यु हुई थी और वह उसके वंश का अंतिम नहीं था. अंतिम मुगल शासक बहादुर शाह जफर थे, जिनकी मृत्यु 1862 में हुई थी. लेकिन औरंगजेब को अक्सर प्रमुख मुगल बादशाहों में सेअंतिम के तौर पर देखा जाता है क्योंकि उनके बाद साम्राज्य का विघटन शुरू हो गया था.
अलवर के रामगढ़ से दो बार विधायक रहे आहूजा ने दावा किया कि बीजेपी रामगढ़ विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव जीतेगी, जहां बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह की मृत्यु के कारण मतदान रद्द कर दिया गया था.
बता दें कि कांग्रेस ने राजस्थान की बाकी 199 विधानसभा सीटों में से 99 पर जीत हासिल की. रामगढ़ के लिए उपचुनाव 28 जनवरी को होना है.
आखिरी विधानसभा में आहूजा रामगढ़ से विधायक थे. दिसंबर के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें टिकट नहीं दिया था. इसके बाद उन्होंने जयपुर के सांगानेर सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था.
बता दें कि ज्ञानदेव आहूजा अक्सर अपने दिए बयानों को लेकर विवादों में रहे हैं. 1 जनवरी को ही पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने कहा था कि गौमाता सबकी है. मुसलमान अगर नहीं मानते तो उनको भी मानना चाहिए. पारसी भी गाय का मांस नहीं खाते. मुस्लिम भाइयों को भी अपनेहिंदू भाइयों की भावनाओं का सम्मान करते हुए गाय का मांस नहीं खाना चाहिए. गो तस्करी का विरोध भी करें.
इससे पहले भी दिए विवादित बयान-Gyan Dev Ahuja, former Rajasthan BJP MLA: Gau mata sabki hai, Musalman agar nahi maante toh unko bhi manna chahiye, Parsi bhi gai ka maas nahi khaate, musalman bhaiyo ko bhi apne Hindu bhaiyon ki bhavnao ka samman karte hue gai ka maas na khayen, gau taskari ka virodh bhi karen. pic.twitter.com/anJ9syjkY3
— ANI (@ANI) January 1, 2019
- अगस्त 2018 में दिए गए इस बयान में आहूजा ने कहा था, 'जवाहरलाल नेहरू पंडित नहीं थे. वह गाय और सुअर का मांस खाते थे. सुअर मुसलमानों के लिए नापाक है और गाय हमारे लिए पवित्र है. वे पंडित नहीं थे. उन्हें पंडित जवाहरलाल नेहरू कहकर ब्राह्मणों को जोड़ा गया.'
- साल 2016 में विवादित बयान देते हुए आहूजा ने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में रोजाना 3000 कंडोम मिलने का दावा किया था. उनके मुताबिक, जेएनयू में रोजाना 50 हजार हड्डी के टुकड़े, 3 हजार इस्तेमाल किए हुए कंडोम और 500 इस्तेमाल किए हुए अबॉर्शन इंजेक्शनमिलते हैं.
- उन्होंने जेएनयू में हर रोज 10 हजार सिगरेट के बट मिलने और छात्रों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों में 'नेकेड डांस' करने का भी आरोप लगाया था.