राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ ने विवादित बयान देते हुए सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को पीटने की बात कही है. सराफ के बयान को लेकर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई है.
बताया जा रहा है कि कालीचरण सराफ गुरुवार को अपने इलाके मालवीय नगर के वार्ड नंबर 57-58 के विकास कार्यों को लेकर धरना दे रहे थे. धरने के दौरान सराफ ने कहा कि अगर सरकारी अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते हैं तो जूते की जोर पर वो काम कराना जानते हैं. मालवीय नगर के बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ के इस बयान को लेकर कांग्रेस ने आपत्ति जताते हुए कहा है कि सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को इस तरह से खुलेआम धमकाना ठीक नहीं है.
कालीचरण सराफ का आरोप है कि करतारपुरा नाले के आसपास पानी के भराव से लोगों का जीना दूभर है. मगर सरकार सुन नहीं रही है. अधिकारी बार-बार यही बात करते हैं कि हमने प्लान बनाकर ऊपर भेजा है. अगर इसी तरह से कामों को टालते रहे तो हम जूते की जोर पर काम कराएंगे. भाजपा के पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ के विवादित बयान की कांग्रेस नेताओं ने निंदा की है.
कालीचरण सराफ ने अपने बयान में कहा था कि जब भाजपा का शासन था तब वह कलम से काम करते थे और जब विपक्ष में हैं तो जूते के बल पर काम करवाते हैं. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अर्चना शर्मा ने इस बयान की निंदा करते हुए कहा है कि यह बयान दिखाता है कि सरकार में रहते हुए कलम के जरिए न केवल भ्रष्टाचार किया बल्कि संस्थागत भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा दिया.
प्रदेश कांग्रेस महासचिव रूपेश कांत व्यास ने इस बयान की निंदा करते हुए कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में इस तरह के विवादों से बचना चाहिए. यह बयान भाजपा नेताओं की तानाशाही मानसिकता को दिखाता है.