आजतक के राजस्थान चुनाव पर महामंथन कार्यक्रम के आखिरी सत्र 'फिर खिलेगा कमल' में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव पर अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि बीजेपी तीनों राज्यों में सरकार बनाएगी.
मैंने हर राज्य में दौरा किया है. कार्यकर्ताओं में जोश है हम जीतकर आएंगे. मुख्यमंत्रियों से मतभेद के टकराव के सवाल पर बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि यह मीडिया की बनाई हुई बात है. वसुंधरा राजे ने कभी पार्टी के आदेशों को के खिलाफ नहीं बोला.
यह वक्त बदलाव का है. देश के कई राज्यों में बदलाव देखा गया है. चाहे वह उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड या फिर असम. सभी जगह बीजेपी आई है. परंपरागत वोट से हटकर हमें लोगों ने वोट किया है.
सर्वे में राजस्थान में पिछड़ने के सवाल पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि राजस्थान में हम जीतकर आएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने 50 लाख परिवार के लोगों को कुछ न कुछ दिया है. उनके जीवन स्तर में बदलाव आया है. हमने हर परिवार से संपर्क भी किया है.
करतारपुर जाने के सवाल पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने बंटवारे के समय से करतारपुर साहेब को छोड़ दिया था. महज चार किलोमीटर दूर होने के बावजूद कांग्रेस उसके लिए रास्ता खोल नहीं पाई. कांग्रेस सोती रही. एक गांव को भारत में शामिल नहीं कर पाई.
सिख श्रद्धालु करतारपुर साहेब को पूजते हैं, लेकिन कांग्रेस को यह बात कभी नहीं समझी. इसलिए हमने पाकिस्तान से बात करके करतारपुर साहेब के लिए रास्ता खोला. हम केवल राजनीति नहीं कर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी की करतारपुर साहेब के प्रति श्रद्धा है. मैं भी वहां जाऊंगा.
भारत- पाकिस्तान के बीच करतारपुर साहेब को कॉरिडोर ऑफ़ पीस के रूप रखने के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि यदि पाकिस्तान में आर्मी और सरकार साथ है तो कभी शांति हो ही नहीं सकती. पाकिस्तान शांति चाहता है तो उसे आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद करना होगा. यदि ऐसा होता है तो अपने आप शांति होगी.
नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर भी बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने तंज कसा. उन्होंने कहा कि सिद्धू को पता ही नहीं कि वो कहां खड़े हैं. इसलिए वो राहुल गांधी के साथ चले गए. यही कारण है कि उनके साथ खालिस्तान आतंकी खड़ा था.
हम करतारपुर साहेब कॉरिडोर खुलवाने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के पास नहीं गए थे. सिद्धू वहां गए. परिणाम शपथ विधि में जाने से नहीं आते हैं.