राजस्थान में विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच आज छात्र संघ चुनाव हो रहे हैं. हर साल होने वाले ये चुनाव इस बार इसलिए ज़्यादा महत्वपूर्ण हैं क्योंकि तीन महीने बाद राज्य की सत्ता के लिए वोट डाले जाएंगे. कॉलेज और यूनिवर्सिटी के इन चुनावों को प्रदेश की राजनीति का लिटमस टेस्ट भी माना जाता है. खासकर राजस्थान यूनिवर्सिटी को इसके सबसे बडे़ प्रतीक के तौर पर देखा जाता है. ऐसे में यहां के नतीजों पर सबकी नज़र रहती है.
हालांकि, राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार होने के बावजूद पिछले चार चुनावों में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) को अध्यक्ष पद पर जीत नहीं मिली है. यानी दिसंबर 2013 में वसुंधरा राजे की सरकार आने के बाद से बीजेपी समर्थित एबीवीपी के लिए छात्र संघ चुनाव के नतीजे निराशाजनक रहे हैं. अब जबकि पूरा प्रदेश चुनावी मोड में है, ऐसे में छात्र संघ के नतीजे भी चुनावी भाषण का हिस्सा बनेंगे ये माना जा सकता है.
पिछले चार चुनाव के नतीजे
2014 में एनएसयूआई के अनिल चौपड़ा ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने एबीवीपी के शंकर गौरा को हराया था. इसके बाद 2015 में भी एनएसयूआई को विजय प्राप्त हुई और सतवीर चौधरी ने राजकुमार बिवाल को हराया. 2016 में निर्दलीय अंकित धायल ने एबीवीपी के अखिलेश पारीक को हराया और 2017 में निर्दलीय पवन यादव ने एबीवीपी के संजय माचेड़ी को हराया.
हालांकि, ये भी तथ्य है कि ये निर्दलीय एबीवीपी से बगावत कर छात्रसंघ चुनाव में उतरे थे और उन्होंने जीत दर्ज की थी.
बगावत से उबरी ABVP
ABVP का दावा है कि पिछले चुनावों में बगावत उनके लिए नुकसानदेह रही है, लेकिन मौजूदा चुनाव में इस समस्या का समाधान कर लिया गया है. ABVP के प्रांतीय संगठन मंत्री अर्जुन तिवाड़ी ने आजतक से बातचीत में कहा कि इस बार उनके संगठन में बगावत नहीं हुई है बल्कि NSUI के छात्रों ने अलग राह चुनी है, जिसका लाभ एबीवीपी को मिलेगा.
अर्जुन तिवाड़ी ने राजस्थान यूनिवर्सिटी के साथ ही आगामी विधानसभा में भी बीजेपी का परचम लहराने का भरोसा जताया. वहीं मारपीट का आरोप लगाने वाले NSUI उम्मीदवार रणबीर सिंघानिया ने भी जीत का दावा किया. बता दें कि वोटिंग सुबह 8 बजे शुरू होकर दोपहर 1 बजे तक चलेगी.
अध्यक्ष पद के लिए ये हैं प्रत्याशी
राजपाल चौधरी - ABVP
रणबीर सिंघानिया - NSUIविनोद जाखड़ - बागी प्रत्याशी, NSUI
महेश समोता - बागी प्रत्याशी, NSUI
दुष्यंतराज चुंडावत - बागी प्रत्याशी, NSUI
विनोद कुमार कुमावत - निर्दलीय प्रत्याशी