राजस्थान के भरतपुर जिला कलेक्टर को जवाहरनगर स्थित क्षेत्र में स्थित एक निजी गर्ल्स हॉस्टल में निरीक्षण के दौरान स्नानघर के ऊपर सीसीटीवी कैमरे लगे मिले. जिला कलेक्टर नीरज के. पवन ने बताया, ‘मुझे इस बारे में जानकारी मिली थी. मौके पर पहुंचने पर तीन मंजिला हॉस्टल छात्रावास की हर मंजिल में बने स्नानघर के ऊपर कैमरे लगे मिले. पुलिस ने लैपटाप से जुड़े कैमरे जब्त कर लिये हैं. तीनों मंजिलों के बाथरूम की छत नहीं है और यह कैमरे स्थायी नहीं होकर घूमने वाले है.’
राजस्थान के भरतपुर में गर्ल्स हॉस्टल में सीसीटीवी कैमरा लगाने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. खास बात ये है कि हॉस्टल को एक एनजीओ चला रहा था, जिसमें कांग्रेस और बीजेपी के स्थानीय नेता शामिल हैं.
घटना राजस्थान के भरतपुर की है. जहां लड़कियों के एक प्राइवेट हॉस्टल में पुलिस को बाथरूम के अंदर कैमरा मिला. स्थानीय प्रशासन ने जब शक के आधार पर छापेमारी की तो हॉस्टल के नाम पर हो रहे घिनौने खेल का भांडाफोड़ हुआ. हॉस्टल में दो कैमरे गेट पर और एक कैमरा डिनर रूम मे लगाया गया है. जबकि पहले, दूसरे और तीसरे फ्लोर के टॉयलेट में भी कैमरे हैं.
चौंकाने वाली बात ये है कि हॉस्टल की देखरेख का जिम्मा एक एनजीओ के पास है. और इस एनजीओ को चलाने वालों में कांग्रेस और बीजेपी के स्थानीय नेता भी शामिल हैं. पुलिस ने फिलहाल केस दर्ज कर लिया है.
पुलिस ने हॉस्टल को सीज कर लैपटॉप समेत दूसरी कई चीजें कब्जे में ले ली हैं. यहां रह रही लड़कियों को हॉस्टल खाली करने के लिए कह दिया गया है.
बुधवार को जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्टेट्र का कार्यभार ग्रहण करने वाले पवन ने बताया कि कार्रवाई के दौरान शाम हो जाने के कारण छात्रावास में रह रही छात्राओं को अन्य स्थान पर स्थानान्तरित नहीं किया गया है. छात्रावास में सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिये हैं. छात्रावास में रहने वाली छात्राओं को उनके घर या समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित छात्रावास में भेजने की कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने कहा कि छात्रावास का संचालन कर रहे दम्पति ने अपनी गलती मान ली है और आगे की कार्रवाई पुलिस करेगी.