Rajasthan News: राजस्थान की सीआईडी क्राइम ब्रांच और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने ड्रग्स के कारोबार पर शिकंजा कसा है. दोनों एजेंसियों ने 305 किलोग्राम (kg) गांजे के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए चारों आरोपी राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के ही हैं. ये लोग आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से भीलवाड़ा में गांजे को सप्लाई के लिए ला रहे थे.
लॉरी में बने गुप्त बक्शों से बरामद हुआ गांजा
सीआईडी क्राइम ब्रांच के उपमहानिरिक्षक राहुल प्रकाश ने बताया कि 12 चक्के वाले दो लॉरी को चित्तौड़-अजमेर नेशनल हाईवे पर ओछड़ी टोल नाके के पास रोका गया तो ड्राइवर के साथ बैठे व्यक्ति ने बताया कि विशाखापत्तनम से किशनगढ़ ग्रेनाइट पत्थर ले जा रहे हैं. इन लॉरी की तलाशी ली तो उनके नीचे विशेष रूप से बनाए गए गुप्त बक्शे में से 305 किलो 8 सौ ग्राम गांजा बरामद हुआ.
ड्राइवरों ने बरामद गांजे को लेकर यह बताया
पूछताछ में लॉरी चालकों ने बताया कि यह गांजा विशाखापत्तनम से ट्रक मालिक भीलवाड़ा जिले के आमली गांव के शंकर सिंह ने मंगवाया है. उन्होंने बताया कि विशाखापत्तनम से जिसने लॉरी में यह गांजा रखवाया है हम उसको नहीं जानते हैं.
चालकों ने सीआईडी क्राइम ब्रांच को यह भी बताया कि वो लोग महीने में दो बार विशाखापत्तनम से ग्रेनाइट पत्थर लेकर आते हैं और मालिक के कहने पर साथ में गांजा भी लाते हैं. दोनों लॉरी में सवार भीलवाड़ा जिले के काछोला थाना क्षेत्र के श्रवण नाथ, रमेश सेन, मोतीनाथ और कमलेश नाथ को गिरफ्तार किया गया है.अभी मुख्य सरगना फरार है जिसकी गिरफ्तारी करने में क्राइम ब्रांच जुटी है.
क्राइम ब्रांच की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनका मालिक ये गांजा विशाखापत्तनम से 2 हजार रुपये प्रति किलो में खरीदता है और भीलवाड़ा में इसे 15 हजार रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेचता है.
गौरतलब है कि इससे पहले भी शाहपुरा में गांजे की खेप लाते हुए एक रैकेट पकड़ा गया था. वो भी आंध्र प्रदेश से भीलवाड़ा में गांजे की सप्लाई करते थे.
(रिपोर्ट- प्रमोद तिवारी)
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