राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देश को गुमराह करने का आरोप लगाया है. सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि पहले अमित शाह सदन में और अब नरेंद्र मोदी रैली में मेरा नाम लेकर देश को गुमराह कर रहे हैं.
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि ये कहना क्या चाहते हैं. पाकिस्तान से प्रताड़ित होकर जो लोग सीमावर्ती राजस्थान आए, उन्हें सुविधाएं मिलें, इसके लिए तत्कालीन गृह मंत्री पी चिदंबरम को पत्र लिखना क्या गलत है. अशोक गहलोत ने कहा कि अब जो भी प्रताड़ित होकर आते हैं उन्हें नागरिकता और सुविधाएं दिए जाने से कौन रोक रहा है.
पहले अमित शाह जी सदन में एवं आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी मेरा नाम लेकर देश को गुमराह कर रहे हैं। ये कहना क्या चाहते हैं?पाकिस्तान से प्रताड़ित होकर जो लोग सीमावर्ती राजस्थान आए उन्हें सुविधाएं मिले,इसके लिए तत्कालीन गृहमंत्री श्री पी.चिदम्बरम् को पत्र लिखना क्या गलत था?
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— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 22, 2019
उन्होंने कहा कि इससे हिंदू या मुसलमान किसे शिकायत हो सकती है? शिकायत तो यह है कि जिस तरह से असम में एनआरसी को लागू नहीं कर पाए, उसके बावजूद गृह मंत्री पूरे देश में एनआरसी लागू करने का ऐलान करके भड़का रहे हैं. गहलोत का यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान के तुरंत बाद आया है, जिसमें पीएम मोदी ने कहा था कि गहलोतजी मांग करते थे कि जो हिंदू या सिख पाकिस्तान से भागकर यहां आए हैं, उनकी स्थिति सुधारी जाए.
अब भी जो प्रताड़ित होकर आते हैं उन्हें नागरिकता/सुविधाएं दिये जाने से कौन रोक रहा है?इससे हिन्दू या मुसलमान किसको शिकायत हो सकती है? शिकायत तो यह है कि जिस प्रकार असम में एनआरसी को लागू नहीं कर पाए उसके बावजूद पूरे देश में गृहमंत्री एनआरसी लागू करने का ऐलान करके भड़का रहे हैं।
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गृह मंत्री अमित शाह ने भी अशोक गहलोत की पूर्व में तत्कालीन गृह मंत्री पी चिदंबरम को लिखी चिट्ठी का जिक्र करते हुए कहा था कि उन्होंने भी यह मांग की थी. बता दें कि अशोक गहलोत ने इस कानून के खिलाफ पैदल मार्च किया, जिसमें हजारों की तादाद में कांग्रेस के कार्यकर्ता और स्वयंसेवी संगठनों के लोेग शामिल थे.