केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाने के बाद भी सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. केंद्र ने एक्साइज ड्यूटी घटाई तो बाद में कई राज्यों ने पेट्रोल-डीजल पर वैट को घटा दिया. हालांकि, अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने दावा किया कि उनके पास गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) का फोन आया था और वो वैट कम करने के लिए दबाव बना रहे थे.
दरअसल, मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने गृह नगर 15 महीने बाद जोधपुर आए थे. इस दौरान जालेली गांव में उन्होंने पेट्रोल-डीजल पर वैट घटाने को लेकर कहा कि जब सब घटा रहे हैं तो हमें भी कम करना होगा.
जब प्रेस कॉन्फ्रेंस में गहलोत से पेट्रोल-डीजल पर वैट घटाने को लेकर पूछा गया तो वह बोले कि केंद्र सरकार जनता को लूट रही है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि उनके पास गृह मंत्री अमित शाह का फोन आया था और वो वैट कम करने का दबाव बना रहे हैं. इससे राज्य को घाटा होगा, लेकिन केंद्र चाहता है कि राज्य कमजोर रहे.
सीएम गहलोत ने आगे कहा कि केंद्र सरकार की नीति और नियत दोनों ही खराब है. पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी को कम किया तो सीधा नुकसान राज्य सरकारों को है.
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वहीं, प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब उनसे कैबिनेट विस्तार को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कुछ सीधा-सीधा जवाब तो नहीं दिया, लेकिन इतना जरूर कहा कि पिछली बार जयपुर गया था, इस बार दिल्ली जा रहा हूं.
दिवाली से एक दिन पहले ही यानी 3 नवंबर को केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाने का ऐलान किया था. केंद्र ने पेट्रोल पर 5 रुपये और डीजल पर 10 रुपये एक्साइज ड्यूटी घटा दी थी. इसके बाद कई राज्य सरकारों ने भी वैट में कटौती कर दी थी.